हम सब वाकिफ हैं कि कांग्रेस क्यों आज फफक फफक कर रोने को विवश हो गयी है। जिस दल का आज़ादी के बाद से 2014 तक प्रायः एक छत्र शासन हुआ करता था,अब उसके दल की दिन पर दिन सर्वत्र हार होने से कांग्रेस प्रेमियों को भारी दुःख और भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है। आज चुनाव में जमानत जब्त होने का संकेत क्या है?
वैसे कांग्रेस पार्टी बुरी पार्टी नहीं थी। उस पार्टी को बर्बाद करने मे खुद गांधी परिवार का दोष समझ मे आता है श्री मोदी जी के ही शब्दों में–परिवार वाद, पुत्रमोह, जातिवाद और अल्पसंख्यको के इशारे पर विदेशी नीति को सरेआम लागू करते हुए, हिंदुत्वका निरादर करना, दिन पर दिन कांग्रेस दल अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारती आ रही है।
विश्वास न हो तो “भविष्यद्रष्टा की दृष्टि में–पंडित ज्योतिर्माली की भविष्यवाणीयां” पुस्तक को उठा कर पढ़ कर खुद देख लें कैसे-कांग्रेस को बार- बार चेताया गया था लेकिन कांग्रेस को अपने इर्द गिर्द चमचों के आगे हर शुभ चिंतको की सलाह ओछी लगती थी। सोनिया गांधी प्रधान मंत्री कभी नही बनेगी यह बात कई बार पंडित ज्योतिर्माली लिख चुके थे, लेकिन राहुल बाबा और प्रियंका वाड्रा की राजनैतिक कैरियर गिरती हुई कांग्रेस की शाख में आगे के लिए धुंआ में सिमटता नजर आ रहा है। कांग्रेसी परिवार में अब एक भी ऐसा सदस्य नही दिखता है जो डूबती कांगेस की नाव को बचा सके। कहावत है-
“जैसी करनी वैसी भरनी: ज्योतिषाचार्य मधुसूदन मिश्र