हिंदी के वरिष्ठ कवि, नाट्यकर्मी और प्रसारक राजनारायण बिसारिया का 93 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह स्वास्थ्य से जुड़ी अनेक समस्याओं से ग्रसित थे और उन्हें पिछले कुछ दिनों पहले दिल का दौरा भी पड़ा चुका है जिसके बाद उनको दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब उनको यह दूसरा दिल का दौरा पड़ा जिसके उनकी मौत हो गई।
साहित्यिक यात्रा में बिसारिया जी ने बहुत लम्बा सफ़र तय किया है। बिसारिया प्रसार भारती बोर्ड के छह साल तक मानद सदस्य रहे थे। बीबीसी से सेवानिवृत्त होने के बाद वे ‘परंपरा’ नाम की साहित्यिक संस्था चलाते थे। राजनारायण बिसारिया का मध्य प्रदेश के भिण्ड में जन्म हुआ था और उनकी शिक्षा की शुरुआत गुना और मुरैना में हुई थी। उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से हिन्दी में एमए करने के बाद प्रयाग जाकर शोध कार्य किया।