प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया के निशाने पर हैं। दरअसल, एक वीडियो के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार विपक्षी पार्टियों के नेताओं द्वारा ट्रोल किए जा रहे हैं। लेकिन ट्रोलिंग के पीछे की असल सच्चाई क्या है इसका खुलासा हम आपको करेंगे लेकिन।
पहले जरा इस वीडियो को देखिए इस वीडियो में प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना संबोधन दे रहे हैं। संबोधन शुरू होते ही अचानक प्रधानमंत्री रुक जाते हैं उसके बाद इधर-उधर बगले झांकने लगते हैं फिर अपना इयरपीस कान में लगाकर पूछते हैं आपको आवाज आ रही है फिर चुप हो जाते हैं। इस वीडियो को लेकर विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री को जमकर ट्रोल किया कहा टेलीप्रॉन्पटर रुकते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बोलती बंद हो गई। सबसे ज्यादा कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्रोल किया राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके लिखा इतना झूठ टेलीप्रॉन्पटर भी बर्दाश्त नही कर पाया, उसके बाद क्या समाजवादी पार्टी, क्या तृणमूल कांग्रेस ,क्या शिवसेना, क्या लेफ़्टिस्ट? सभी प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाने लगे, जबकि बीजेपी की तरफ से इसे तकनीकी खामी बताया गया।
दरअसल प्रधानमंत्री वर्ल्ड इकोनामिक फोरम को संबोधित कर रहे थे और संबोधन के शुरू होते ही अचानक प्रधानमंत्री बोलते बोलते रुक गए इसी वीडियो को जमकर वायरल किया जा रहा है। लेकिन सवाल यह है किया गया टेलीप्रॉन्पटर बंद भी हो गया और प्रधानमंत्री बोलते-बोलते रुक भी गए तो आखिर कौन सा तूफान आ गया सवाल यह भी वैश्विक मंच पर एक देश का प्रधानमंत्री अगर भाषण दे रहा है तब भला क्या विपक्षी पार्टियों को या नेताओं को उनका इस तरह मजाक उड़ाना शोभा देता है। राहुल गांधी का एक पुराना बयान भी जमकर वायरल किया जा रहा है जिसमें राहुल गांधी कहते हैं प्रधानमंत्री बगैर टेलीप्रॉन्पटर के एक शब्द नहीं बोल सकते जरा इसे भी सुनिए।
यह तो सिक्के का एक पहलू था लेकिन अब हम आपको सिक्के का दूसरा पहलू दिखाते हैं हम आपको इस पूरे वीडियो की असल सच्चाई बताते हैं वह सच्चाई जो किसी और ने ना तो दिखाई है ना सुनाई है दरअसल हकीकत यह है कि जिस वक्त प्रधानमंत्री वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करना शुरू कर रहे थे जैसे ही प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन शुरू किया वैसे ही पीछे से किसी ने प्रधानमंत्री से कहा कि सर एक बार सब से पूछ लीजिए उन्हें आपकी आवाज आ रही है या नहीं। इस वीडियो को जरा गौर से सुनिए प्रधानमंत्री के पीछे से आ रही इस आवाज को कानों पर जोर डालकर सुनिए।
जैसे ही पीछे से वह आवाज खत्म होती है वैसे ही प्रधानमंत्री तुरंत रुकते हैं अपना इयरपीस लगाते हैं और उसके बाद पूछते हैं क्या मेरी आवाज मिल रही है क्या मेरे अनुवादक की आवाज भी आपको मिल रही है सामने से उसका जवाब आता है तब तक प्रधानमंत्री शांत रहते हैं। पूरा वीडियो महज इतना ही दिखाया गया है यहां प्रधानमंत्री चुपचाप खड़े रहते हैं लेकिन उसके बाद के वीडियो में प्रधानमंत्री अपना संबोधन शुरू करते हैं। टेक्नोलॉजी के कई जानकार मानते हैं कि दरसल problem TP में नही Wef की ओर से ही कनेक्टिंग में कुछ समस्याएं थी। खैर वजह भले ही कुछ भी रही हो लेकिन इस समय प्रधानमंत्री टेलीप्रॉन्पटर को लेकर जमकर ट्रोल हो रहे हैं।