अनिल निषाद, अयोध्या
कांग्रेसी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के विरुद्ध तपस्वी छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने सीजेएम के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इस दौरान सीजेएम के न्यायालय में अधिवक्ता विरेंद्र कुमार शर्मा, शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी और मनीष कुमार पांडेय की तरफ से अर्जी पेश की गई है। वहीं अधिवक्ता मनीष पांडेय ने जानकारी दी है कि सलमान खुर्शीद ने अपनी पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या नेशन हुड इन अवर टाइम्स’ में हिंदुत्व की तुलना खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआई व बोको हराम से की है।
आपको बता दें कि श्री महंत परमहंस आचार्य द्वारा दिए गए उक्त प्रार्थना पत्र में यह कहा गया है कि उक्त पुस्तक से हिंदू भावनाएं आहत हुई हैं तथा सलमान खुर्शीद द्वारा दो धर्मों के मध्य धार्मिक भावनाएं भड़काने हुए विद्वेष फैलाने का प्रयास किया गया। जिससे दो धर्मों के मध्य दंगा भड़के और उनकी राजनीतिक रोटी गरम हो सके। एक धर्मनिरपेक्ष देश में महत्वपूर्ण पदों पर रही सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदू धर्म पर की गई टिप्पणी संविधान की मूल भावनाओं के विपरीत है। इससे हम हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं काफी आहत हुई है। सलमान खुर्शीद का कार्य भारतीय दंड संहिता के अनुसार संघीय अपराध है। साथ ही यह भी कहा गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को पंजीकृत डाक से भेज कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने हेतु निवेदन किया गया था। किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसीलिए यह प्रार्थना पत्र सीजेएम महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। परमहंस आचार्य के अधिवक्तागणों अधिवक्ता विरेंद्र कुमार शर्मा, अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी और अधिवक्ता मनीष कुमार पांडेय द्वारा यह जानकारी दी गई है। सीजीएम न्यायालय द्वारा केस की अगली सुनवाई की तारीख 17.1. 2022 निर्धारित की गई है।