मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यूक्रेन में रूसी हमलों को लेकर एक बयान समाने आया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि रूस और यूक्रेन में हमले के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस भंयकर तबाही के बीच जिन लोगों के परिवार या बच्चे वहां फंसे हैं, वे बहुत ही परेशान हैं। रूस और यूक्रेन की जंग के बीच फंसे उत्तराखंडियों की सहायता के लिए शासन प्रशासन के उच्चाधिकारी लगातार संपर्क में हैं। अधिकारी उनकी हर संभव मदद के लिए लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखंड के छात्र और अन्य नागरिक जो यूक्रेन में फंसे हैं, उनके लिए हम लगातार विदेश मंत्रालय के उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इसके लिए हमने एक नोडल अधिकारी को नियुक्त कर टोल फ्री नंबर 112 भी जारी किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड के लोगों की हर संभव सहायता करेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को वहां फंसे 15 सौ भारतीय छात्रों की जानकारी दी है। ये छात्र यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं। भारत ने उनकी सुरक्षा करने के लिए कहा है। फंसे हुए छात्रों को खाना और पानी की उपलब्ध कराया जा रहा है। यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए हंग्री, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया से विदेश मंत्रालय की टीमें यूक्रेन के साथ लगी सीमाओं के रास्ते पर हैं। यूक्रेन में सीमा के पास भारतीय नागरिक इन टीमों से भी संपर्क कर सकते हैं ।
पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिक की देखभाल के संबंध में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर वार्ता की। अजीत डोभाल ने कहा कि भारत सरकार यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। वतन वापसी के लिये भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को यूक्रेन में रह रहे उत्तराखंड के छात्रों और अन्य लोगों की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया।