यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों की वापसी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों पर लेटलतीफी का आरोप लगाया है। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार यूक्रेन में फंसे व्यक्तियों को अब तक बाहर निकालने में नकामयाब है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न ही कोई व्यवस्था कर रहे हैं और न ही कारण स्पष्ट कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को लेकर कहा कि केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं। दोनों देशों से हमारे आर्थिक हित जुड़े हुए हैं। इस हमले का असर का अर्थव्यवस्था पर पडऩे जा रहा है। हरीश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि कैसे इस जंग के बीच से हमारे भारतीय नागरिकों को लाया जाये।
इसी के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों को लेकर एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य के व्यक्तियों को भारत वापस लाने के लिये सरकार ने कोई तैयारी नहीं की है। सरकार का मकसद अपने हितों की रक्षा करना है। सरकार को अब तक ये अंदाजा नहीं है कि कितने नागरिक अभी भी यूक्रेन में फंसे हैं।