पार्टी के प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सर्वसम्मति से समाजवादी पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया। अखिलेश यादव अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा था कि वह विधानसभा में उत्तर प्रदेश की जनता के मुद्दे उठाएंगे।
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक हुई। बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। विधान मंडल दल का नेता अखिलेश यादव ही रहेंगे। सपा के नेताओं ने अखिलेश यादव का स्वागत अभिनंदन किया। विधायक दल के नेता का प्रस्ताव अवधेश प्रसाद ने रखा, जिसका अनुमोदन आलम बदी ने किया। विधान मंडल दल का प्रस्ताव लालजी वर्मा ने किया जिसका अनुमोदन राजेन्द्र चौधरी ने किया।
सूत्रों के अनुसार, शिवपाल सिंह यादव को सपा विधानमंडल दल की बैठक में नहीं बुलाया गया जिससे वह नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मैं पिछले दो दिनों से अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर इस बैठक के लिए लखनऊ में था पर मुझे इसकी खबर तक नहीं दी। मैं सपा का विधायक हूं। अब मैं इटावा जाऊंगा। मैं आगे क्या करने वाला हूं इसकी सूचना जल्द ही दे दी जाएगी।