नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकी हमले की तरह देररात सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में एक नामी होटल में आतंकी हमले से पूरा शहर दहल गया। आतंकवादियों ने कार बम विस्फोट कर इस हमले को अंजाम दिया। जिसके चलते करीब 12 लोगों की मौत हो गई तो वहीं सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए। पुलिस और सेना के जवानों ने घायलों को अस्पताल में भर्ती करा होटल को चारों तरफ से घेर लिया है। आतंकी अभी भी हयात होटल में छिपे हुए हैं। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े अल-शबाब समूह ने सोमालिया हमले की जिम्मेदारी ली है।
मोगादिशु स्थित हयात होटल में देररात आतंकवादी दो कार के साथ दाखिल हुए। एक कार को आतंकवादियों ने होटल के पास लगे बैरियर से टकराया तो दूसरी कार होटल के गेट से टकराई। जिसके बाद दोनों कारों में विस्फोट हो गया। लोगों की चीख पुकार की गूंज सुनाई देने लगी। आतंकवादियों ने फायरिंग करते हुए होटल के अंदर दाखिल हो गए। हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें अबतक 12 लोगों के हताहत होने की सूचना है। मरने वालों में ज्यादातर आम नागरिक हैं। होटल के अंदर कई धमाकों की आवाज भी सुनी गई।
एक समाचार एजेंसी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षा अधिकारी अब्दुकादिर हसन ने बताया कि हयात होटल पर हमले के बाद सुरक्षा बलों और आतंकी समूह के लड़ाकों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। आतंकी अभी भी होटल के अंदर छिपे हुए हैं। हसन ने बताया कि बंदूकधारियों के होटल में घुसने से कुछ मिनट पहले एक जोरदार धमाका हुआ। हमले में कितने लोग हताहत हुए हैं इसका ब्योरा हमारे पास अभी नहीं है, लेकिन लोग हताहत हुए हैं। इमारत के अंदर छिपे हमलावरों से सुरक्षा बल निपट रहे हैं।
वहीं अल-कायदा से जुड़े जिहादी समूह अल-शबाब ने होटल हयात में हमले की जिम्मेदारी ली है। अल-शबाब लगभग 15 सालों से सोमालिया की केंद्र सरकार के खिलाफ घातक विद्रोह कर रहा है। जानकार बता रहे हैं कि ये आतंकी हमला बिलकुल मुम्बई के 26 नवंबर 2008 की तरह किया गया है। जिस तरह से पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुम्बई के ताज होटल में धावा बोलकर लोगों को बंधक बनाने के साथ कईयों को मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद सेना-पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान कई दिन तक मुठभेड़ चली। एनकाउंटर में आतंकी मारे गए। जबकि सेना के जवान भी शहीद हुए थे।