बड़ी ख़बरें
आखिरकार मजदूरों ने पीएम नरेंद्र मोदी को बता दिया टनल हादसे का सबसे बड़ा राज, जानिए कौन है गब्बर सिंह जिसने बचाई 41 जांबाजों की जानकिसान नेताओं पर दिए गए विवादित बयान से घिरे जेपी दलाल, तमाम खापों ने सुनाई खरी-खरी; जानें क्या क्या कहा ?मनोहर लाल सरकार ने प्रदेश में दो नए पुलिस स्टेशन खोलने और 6 नए फास्टट्रैक कोर्ट्स स्थापित करने की मिली मंजूरी, जानें आगे क्या हुआलॉ अफसरों की भर्ती में लागू होगा आरक्षण, आरक्षण नीति से भरी जाएंगी 178 भर्तियों में से 58 सीटें17 दिन तक टनल के अंदर ‘यमराज’ से कुछ इस तरह से लड़ते रहे 41 बहादुर, खिचड़ी-दलिया खाकर अंधेरी कोठरी में जांबाज खेलते थे क्रिकेटहरियाणा कांग्रेस विधायक दल की 6 दिसंबर को बैठक, सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति पर होगी चर्चाशीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी सीएम ने नहीं की गन्ने की कीमत की घोषणा, लॉरेंस-SYL समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चाविकसित भारत संकल्प यात्रा में साथ-साथ दिखाई देंगे भाजपा-जजपा-निर्दलीय, जानें किन जिलों में मंत्री रहेंगे मौजूदअरविंद केजरीवाल और भगवंत मान दो दिसंबर को गुरदासपुर में विकास कार्यों का करने जा रहे उद्घाटन, जानें क्या हैं खास तैयारीSKY की एक गलती ने गायकवाड़ के शतक पर फेर दिया पानी, मैक्सवेल की वेरी-वेरी स्पेशल पारी के चलते तीसरा टी 20 मैच आस्ट्रेलिया टीम जीती

भारत के इस शहर में विराजमान हैं इश्किया गणपति जी, लव लेटर की अर्जी चढ़ाने पर प्रेमी-प्रेमिका की मोहब्बत को करते सक्सेसफुल

जोधपुर। देश ही नहीं विदेशों में गणेश महोत्सव की धूम हैं। मंदिर से लेकर पंडालों में गजानन विराजमान हैं और सुबह से लेकर देररात तक पूजा-अर्चना का दौर चल रहा है। भक्तों की हर मनोकामना भगवान गणेश पूरी करते हैं। इसी पर्व के बीच हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनिया भर में इकलौता है। राजस्थान के जोधपुर स्थित 100 वर्ष प्राचीन मंदिर में इश्किया गणपति जी विराजमान हैं। यहां प्रेमी-प्रेमिका आते हैं और मोहब्बत सक्सेसफुल हो इसके लिए अर्जी लगाते हैं।

जोधपुर शहर के परकोटे यानी पुराने जोधपुर शहर में स्थित गणेशजी के मंदिर को इश्किया गणेश के नाम से जाना जाता है। आड़ा बाजार जूनी मंडी में स्थित इस गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी के मौके पर मेले सा माहौल रहता है और साथ ही हर बुधवार बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। मान्यता है कि यहां पर प्रेमी जोड़े पत्र लिखकर छोड़ते हैं तो उनकी मुराद पूरी होती है। मंदिर का नाम वैसे गुरु गणपति मंदिर है, लेकिन यहां आने वाले भक्तों की संख्या अधिकतर युवाओं ही होती है।

मंदिर के पुजारी के मुताबिक, स्थापना के समय नाम तो कुछ और रखा गया था लेकिन अब इनका नाम सालों से इश्किया गणपति है। माना जाता है कि ये प्रेमी जोड़ों को मिलाते हैं। बस एक बार अर्जी मिल जाए। इसके लिए भक्त अपने-अपने लव लेटर लेटर गणेश मंदिर में पहुंचते हैं। गणेश महोत्सव पर्व पर प्रेमी-प्रेमिका के साथ दंपत्ति भी अपने बेटे व बेटियों को लेकर आते हैं। दंपत्ति अपने बेटे व बेटियों को अच्छा वर मिले इसके लिए गणपति के दर पर माथा टेकने के साथ अर्जी लगाते हैं।

संकरी गली के अंतिम छोर पर स्थित यह मंदिर करीब सौ साल से भी पुराना है। ऐसा कहा जाता है कि महाराजा मानसिंह के समय गुरु गणपति की मूर्ति गुरों का तालाब की खुदाई के दौरान मिली थी। बाद में गुरों का तालाब से एक तांगे में मूर्ति को विराजित कर जूनी मंडी स्थित निवास के समक्ष चबूतरे पर लाकर प्रतिष्ठित किया गया था। कई साल पहले यहां प्रेमी जोड़ों ने मन्नत मांगी थी और वह पूरी होने के बाद गणपति का नाम इश्किया गणपति हो गया।

 

Related posts

Leave a Comment

अपना शहर चुने

Top cities