मथुरा। जनपद में उपमुख्यमंत्री के दौरा था। सास और बहू अपनी फरियाद लेकर अस्पताल पहुंंची, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं आने दियौ उपमुख्यमंत्री के जाने के बाद जैसे ही सास की नजर डीएम-एसएसपी पर पड़ी तो वह उनके पैरों को पकड़ कर फूट-फूट कर रोने लगी। पीड़िता ने कहा कि, ‘साहब बेटे कई दिनों से लापता है। कोतवाली जाकर शिकायत की, लेकिन कोतवाल ने न्याय देने के बजाए हमें भगा दिया। प्लीज बेटे की तलाश करवाकर हमें घर पर दोबारा खुशियां वापस करने में मदद करें। जिस पर एसएसपी ने कोतवाल को बुलाकर डांड लगाई और तत्काल मुकदमा दर्ज कर पीड़िता के लापता बेटे को बरामद करने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के आगमन को लेकर जिला आपात कक्ष के बाहर डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव जब प्रतिक्षारत थे, तभी शहर कोतवाली के रामनगर के कृष्णानगर की रहने वाली महिला शीलेश अपनी सास बीना के साथ लापता पति को तलाश करने की फिरयाद लेकर उपमुख्यमंत्री के पास जिला अस्पताल पहुंची थी। वहां पर तैनात सुरक्षार्मियों से दोनों ने उपमुख्यमंत्री से मिलने की फरियाद की। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।
सास और बहू अस्पताल के गेट के बाहर आकर खड़ी हो गईं। तभी सास की नजर डीएम नवनीत सिंह चहल और एसएसपी अभिषेक यादव पर पड़ी, तो वे दोनों अधिकारियों के पास पहुंच गईं। बुजुर्ग मां जिलाधिकारी और एसएसपी के पैरों पर गिर कर फूट-फूटकर रोने लगी। उसने कहा कि साहब बेटे को ढूंढ दीजिए। दोनों अधिकारी ये सब देख हैरान रह गए। डीएम और एसएसपी ने बुजुर्ग मां को धैर्य बंधाते हुए जमीन से उठाया और फिर मामला सुना। दोनों अफसरों ने बुजुर्ग महिला को बैठाया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए बहू से पूरी बात जानी।
बहू शीलेश ने बताया कि उसका पति धर्मेंद्र उर्फ गोलू 27 अगस्त को बीमार बडे़ भाई जितेंद्र को देखने जिला अस्पताल आया था। तब से अब तक वापस घर नहीं लौटा है। इसे लेकर वह कई बार कृष्णानगर चौकी और कोतवाली गई, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी। महिला ने बताया कि उनके घर में वह एकमात्र कामगार है और फरीदाबाद की एक फैक्टरी में काम करता था। रक्षाबंधन पर घर आया और इसी वक्त भाई के बीमार पड़ने पर उसे देखने जिला अस्पताल गया। लापता व्यक्ति के दो छोटे बच्चे हैं।
एसएसपी ने कोतवाल को बुलाया और जमकर फटकार लगाई। एसएसपी ने कहा कि, आज ही मुकदमा दर्ज करें। लापता प्यक्ति की तलाश करें। हरदिन पूरे प्रकरण की रिपोर्ट सीधे मुझे दें। डीएम और एसएसपी ने आप धैर्य रखें। पुलिस लापता प्यक्ति की तलाश करेगी और जल्द से जल्द वह आपको मिल जाएगा। इस मौके पर बुजुर्ग मां दोनों अफसरों का हाथ ताड़कर आभार प्रकट किया। पीड़िताओं का कहना है कि, जब धमेंद्र घर लापता हुआ, तब से हमारे घर में भोजन नहीं पका। पूरा परिवार टूट गया है। अगर स्थानीय पुलिस मदद करती तो शायद धमेंद्र हमें मिल चुका होता।