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इमरान खान ने पाकिस्तान ‘रिटर्न 1971’ का कर दिया शंखनाद, दो टुकड़ों में बंटने की आहट से खौफ में पड़ोसी मुल्क की आवाम

नई दिल्ली। Imran Khan News Pakistan पूर्वी पाकिस्तान में क्या हुआ था, चुनाव जीतने वाली सबसे बड़ी पार्टी के खिलाफ की सैन्य कार्रवाई कर दी गई। उनका हक उन्हें नहीं दिया गया। जिसके कारण बांग्लादेश नाम का एक नया मुल्क बना। हमने कितना जुल्म किया उन लोगों पर, जो हमें छोड़ना नहीं चाहते थे। हमने उनके साथ इंसाफ नहीं किया और आज भी आप वही करने जा रहे हैं। सबसे बड़ी पार्टी को दबा रहे हैं और उसके लीडर की हत्या की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि अगर इमरान चला जाएगा तो पार्टी बिखर जाएगी। जो पार्टी देश को इकट्ठा रख सकती है वह सिर्फ तहरीक-ए-इंसाफ है। ये बातें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को लाहौर के शौकत खानम अस्पताल से देश की आवाम को संबोधित करते हुए कही।

इमरान खान ने कहा कि, मैं 18 साल की उम्र में वहां मैच खेलने गया था, मार्च 1971, हमारे यहां प्रेस सेंसरशिप थी तो मुझे नहीं पता था कि वहां इतनी नफरत है। उसी बांग्लादेश में मैं 18 साल बाद कप्तान के रूप में हिंदुस्तान के खिलाफ मैच खेलने गया। सारा स्टेडियम ’पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारों से गूंज रहा था। उन्होंने कहा, स्टेडियम से होटल तक सड़क के दोनों तरफ लोग खड़े थे जो पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे। तब मुझे पता चला कि हमने कितना जुल्म किया उन लोगों पर, जो हमें छोड़ना नहीं चाहते थे। हमने उनके साथ इंसाफ नहीं किया और आज भी आप वही करने जा रहे हैं। हम देश की सरकार और सरकारी संस्थानों से कहना चाहते हैं कि, इमानदारी से अपने को करें, जिससे देश तरक्की के मार्ग पर चले।

इमरान खान ने आगे कहा कि मेरी तुलना शरीफ परिवार से नहीं की जा सकती, जिनकी विदेशों में अरबों की संपत्ति है और जो लंदन के सबसे महंगे अपार्टमेंट में रहते हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि गुलाम कौम कभी तरक्की नहीं कर सकती इसलिए सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें। इमरान ने आगे कहा कि, पाकिस्तान में 1971 जैसे हालात बनाए जा रहे हैं। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सेना के एक जनरल और पीएम व गृहमंत्री ने मेरी हत्या की साजिश रची। ऐसे में पाक सेना के चीफ से मेरी मांग है कि, जनरल फैसल पर कार्रवाई करें।

संबोधन में इमरान ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग को गठबंधन सरकार का मोहरा और चुनाव आयुक्त को ’शरीफ परिवार का नौकर’ बताया। उन्होंने कहा कि अस्पताल से ठीक होकर बाहर आने के बाद वह फिर इस्लामाबाद की ओर कूच करेंगे। इमरान ने अपने समर्थकों से कहा कि वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करें और शहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी से इस्तीफा देने के लिए कहें। जब तक ये लोग इस्तीफा नहीं देंगे इस केस में जांच आगे नहीं बढ़ेगी।

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