बिहार: बिहार की राजनीतिक से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जिसका असर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा। बीजेपी भी इस फैसले से हैरान है, और उसकी बिहार में मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। सोमवार को बिहार में महागठबंधन विधायक दल की बैठक थी। जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक चौकाने वाला फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। महागठबंधन विधायक दल की बैठक में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, लेफ्ट के विधायक समेत एमएलसी मौजूद थे।
नीतीश कुमार ने अपने गृह जनपद नालंदा में डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। नीतीश कुमार का कहना है कि हमने बहुत काम कर लिया है। अब तेजस्वी के साथ युवा पीढ़ी आगे बढ़ेगी। तेजस्वी को आगे बढ़ाने के लिए नीतीश ने महागठबंधन के विधायकों से सहमति भी ली है। नीतीश कुमार अपने बयानों में यह बात पहले भी कह चुके हैं कि अब नई पीढ़ी को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
बिहार में महागठबंधन ने भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। बिहार बीजेपी महागठबंधन से लड़ने की रणनीति तैयार कर रही है। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। बीजेपी को इस बात का डर सताने लगा है कि महागठबंधन लोकसभा चुनाव में नुकसान कर सकती है। बीजेपी नीतीश और तेजस्वी पर हमलावर है।