जोशीमठ के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। नगर के मकानों, होटलो, सड़क और गलियों के दरारे पड़ रही हैं। जोशीमठ को बचाने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी का काम कर रही है। गढ़वाल के आयुक्त सुशील कुमार ने टीम के साथ पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होने बताया कि जोशीमठ के हालात गंभीर बने हुए हैं। जोशीमठ को बचाने के लिए तेजी से काम करने की जरूरत है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता हरीश रावत भी जोशीमठ का दौरा करने वाले हैं।
जोशीमठ के ढेड़ किलोमीटर के क्षेत्र को आपदाग्रस्त घोषित किया गया है। भूं-धंसाव का अध्यन करके लौटी विशेषज्ञों की टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि क्षतिग्रस्त भवनों को गिरा दिया जाए। इसके साथ ही प्रभावित परिवार को फेब्रिकेटेड घर बनाए जाएंगे।
समिति के अध्यक्ष और सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा के मुताबिक, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) 10 जनवरी तक इसके डिजाइन देगा और वेंडर भी बताएगा। साथ वह जोशीमठ में बने भवनों का अध्ययन करेगा और वहां किस तरह के भवन बनाए जा सकते हैं, इस बारे में अपनी रिपोर्ट देगा।