Kanpur Kabootar: यूपी के कानपुर ( Kanpur) से एक हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। जब मोबाइल फोन और डाक विभाग नहीं था, उस दौरान संदेश वाहक (Sandesh Vahak) का काम कबूतर जैसे पक्षी करते थे। गुरूवार सुबह खून से सनी और उर्दू से लिखी चिट्ठी (Urdu written letter) लेकर कबूतर (Kabootar) एक किसान के दरवाजे पर पहुंच गया। उर्दू में लिखी चिट्ठी और उसपर लगा खून देखकर किसान का परिवार दहशत में आ गया। किसान ने इसकी सूचना पुलिस को दी है। पुलिस ने कबूतर और चिट्ठी को कब्जे में लेकर जांच कर रही है।
बिधनू थाना क्षेत्र स्थित कठारा गांव में रहने वाले किसान धर्मेंद कुशवाहा मवेशियों को चारा लगा रहे थे। इसी दौरान एक कबूतर उसने के घर के दरवाजे पर बने चबूतरे पर बैठकर गुटरगूं-गुटरगूं करने लगा। धर्मेंद कुशवाहा देखा कि कबूतर के गले पर एक सफेद धागा पड़ा हुआ था। उस धागे में सफेद रंग का कागज का टुकड़ा बंधा हुआ था।
ग्रामीणों में दहशत
धर्मेंद्र कुशवाहा ने पड़ोसियों की मदद से उस कबूतर को पकड़ लिया। उन्होने जब चिट्ठी खोली तो, उनके होश उड़ गए। चिट्ठी में उर्दू की सात लाइने लिखी हुईं थी, और उसमें खून लगा हुआ था। यह देखकर किसान और उसका परिवार दहशत में आ गया। उन्होने कबूतर को पानी पिलाया, और उसे पिंजरे में बंद कर दिया।
उर्दू की सात लाइनों में छिपा राज
कागज के वर्गाकार टुकड़े के बीच उर्दू में सात लाइने लिखी हुईं थीं। कागज के दूसरी तरफ खून के निशान थे। इस चिट्ठी को लेकर ग्रामीणों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं। ग्रामीणों का मानना है कि यह तंत्रमंत्र से जुड़ी हुई चिट्ठी है। ग्रामीणों का कहना है कि यह रंजिशन तंत्र-मंत्र कराकर भेजी गई है। जिसने भी यह हरकत की है, चिट्ठी में खून लगाने के पीछे क्या मकसद है। किसान धर्मेंद्र कुशवाहा उर्दू के जानकार को खोजते रहे।
पुलिस ने बताया ताबीज
एसीपी दिनेश शुक्ला ने बताया कि बिधनू पुलिस को सूचना मिली थी कि एक कबूतर के गले में संदिग्ध चीज बंधी हुई है। इस सूचना पर फौरन बिधनू पुलिस मौके पर पहुंच गई। कबूतर के गले से उस चिट्ठी को निकाल कर देखा गया, तो पता चला की ताबीज है। कबूतर के गले पर किसी तरह की संदिग्ध चीज नहीं पाई गई है।