मिशन 2024 से पहले सपा की नई रणनीति पूर्वांचल से शुरू होगा सपा का अभियान
सड़क से सदन तक तैयार हो गया पूरा प्लान गांव से लेकर सड़क तक अब मचेगा घमासान ।
सपा के प्लान से बीजेपी बेचैन !
रामचरितमानस के जरिए शूद्रों की सियासत को हवा देने के बाद अब समाजवादी पार्टी ने 2024 से पहले एक नई रणनीति तैयार की है बीजेपी को घेरने के लिए पूर्वांचल से रणित की शुरुआत आगामी 24 फरवरी से होने जा रही है सपा ने अब बीजेपी की जाति सियासत का कार्ड खोज लिया है और अब बीजेपी के खिलाफ एक नया चक्रव्यूह तैयार कर लिया गया है जिसकी शुरुआत 24 फरवरी को पूर्वांचल से होने जा रही है समाजवादी पार्टी अब जातीय जनगणना की आवाज बुलंद करेगी जाति जनगणना की मांग को लेकर सड़कों पर उतरेगी गांव से लेकर सड़क तक जाति जनगणना के लिए जन जागरण करेगी लोगों को तैयार करेगी स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों से भले ही पार्टी का एक तबका नाराज हो लेकिन इससे 2024 में पार्टी को फायदे की संभावना नजर आने लगी है यही वजह है कि ओबीसी और एससी वोट बैंक पर और मजबूत पकड़ बनाने के लिए पार्टी अब जाति जनगणना का दांव खेल रही है बिहार में जाति जनगणना की शुरुआत का राजनीतिक फायदा आरजेडी और जेडीयू को मिलता नजर आ रहा है कुछ उसी तर्ज पर अखिलेश यादव जाति जनगणना की लड़ाई को सड़कों तक पहुंचाने में लगे 20 तारीख से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र में भी जाति जनगणना का मुद्दा अखिलेश यादव खुद उठाएंगे तो वहीं 24 फरवरी से अलग-अलग क्षेत्रों में जाति जनगणना की लड़ाई पार्टी अलग-अलग इसके लिए तैयार कर लिया गया है इसके लिए तमाम नेताओं को मोर्चे पर लगा दिया गया है इसके जरिए बीजेपी के उस floater vote bank per target karne ki taiyari hai . जिसके दम पर बीजेपी लगातार हर चुनाव में कामयाबी हासिल कर रही है वह वोट है ओबीसी का एक बड़ा तक का जो बीजेपी करना हो कर भी बीजेपी के साथ खड़ा है.. निकाय चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी जाति जनगणना के मुद्दे को अब नए सिरे से आंदोलन खड़ा करने की तैयारी कर रही है आगामी 24 फरवरी से ब्लॉक स्तर पर संगोष्ठी काजल चलिए लोगों के बीच में जाकर उन्हें समझाने का काम पार्टी करेगी 24 फरवरी से 5 मार्च तक काम चलेगा उसके बाद पार्टी आंदोलन की अगली रणनीति तय करेगी। यानी बिहार की तर्ज पर पार्टी उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना की मांग को आंदोलन में तब्दील करना चाहती है।