बठिंडा में आखिरकार रविवार दोपहर बाद वर्षा होने से लोगों को बेशक उमस भरी गर्मी से काफी राहत मिली। मगर राज्य में बाढ़ जैसे पैदा हुए हालातों के बाद लोगों में डर का माहौल भी देखने को मिला। वहीं शहर से वर्षा के पानी की निकासी का दावा करने वाले अधिकारियों के दावे वर्षा के पानी के साथ ही बह गए। वर्षा के कारण शहर के मुख्य बाजारों के अलावा गली मोहल्लों में जलभराव हो गया..
शहर से पानी की निकासी को लेकर लंबे समय से राजनीतिक भी जमकर हुई है। यहां तक कि 2016 में तो तत्कालीन डीसी बसंत गर्ग, तत्कालीन एसएसपी स्वप्न शर्मा व तत्कालीन विधायक सरूप चंद सिंगला भी ट्रैक्टर भी बाजार का दौरा कर चुके हैं। इससे पहले अकाली दल के प्रधान व तत्कालीन डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल भी बाजार के पानी में उतरकर लोगों को इसका समाधान करवाने का भरोसा दे चुके हैं।
मनप्रीत बादल भी लोगों को पानी की निकासी करवाने का दे चुके भरोसा
इसके अलावा कांग्रेस सरकार के समय पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी लोगों को बारिश के पानी की निकासी करवाने का भरोसा दे चुके हैं। मगर इसके बाद भी इसका कोई हल नहीं हुआ है। वहीं अब आम आदमी पार्टी के विधायक ने लोगों को आश्वासन दिया है कि इस बार पानी की निकासी के लिए काम किया जा रहा है। उम्मीद है लोगों को राहत मिलेगी। लेकिन बीते दिनों में हुई वर्षा के अलावा रविवार को हुई वर्षा ने सभी प्रबंधों की पोल खोल दी।
आम दिनों के मुकाबलों में बाजारों में रौनक भी कम दिखी
दूसरी तरफ वर्षा के कारण शहर की भट्टी रोड, गोनियाना रोड, सिविल स्टेशन एरिया, पावर हाऊस रोड समेत निचले इलाकों में पानी भर गया। इस कारण आम दिनों के मुकाबलों में बाजारों में रौनक भी कम दिखाई दी। लोग बाजारों में जाने की बजाए अपने घरों पर बैठे रहे। हालांकि समोसे कचोरी के अलावा जलेबियों की रेहड़ियों पर बारिश के मौसम के कारण भीड़ देखने को मिली।
वहीं मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक वर्षा होने का अलर्ट जारी किया हुआ है। जबकि वर्षा के कारण जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं तापमान भी कम हुआ। इसके चलते अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।
गुरदासपुर शहर में 2.3 एमएम वर्षा, सरकारी मुलाजिमों को स्टेशन न छोड़ने का निर्देश
गुरदासपुर, जागरण जागरण संवाददाता: पिछले पांच दिनों से गर्मी से बेहाल लोगों के लिए रविवार सुबह राहत लेकर आई। शहर में दो घंटे तक हल्की वर्षा से मौसम सुहावना हो गया। हालांकि दोपहर बाद धूप निकलने से उमस ने सताया, लेकिन वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को जहां अधिकतम तापमान 34 डिग्री पर बना हुआ था, वहीं रविवार को गिरकर 31 डिग्री पर जा पहुंचा है।
मौसम विभाग ने जिले में तीन दिन तक भारी वर्षा का अलर्ट जारी कर रखा है। इसके चलते जिला प्रशासन ने भी तमाम प्रबंध कर रखे हैं। डीसी डा. हिमांशु अग्रवाल की ओर से जिले के सरकारी मुलाजिमों को अपने स्टेशन न छोड़ने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों को लगातार दरियाओं के जलस्तर पर नजर बनाए रखने को कहा गया है। जिला प्रशासन राहत टीमों के संपर्क में है और स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है।
जिले से गुजरते दरियाओं में बढ़ गया था जलस्तर
बता दें पिछले हफ्ते वर्षा के बाद जिले से गुजरते दरियाओं में जलस्तर बढ़ गया था, जिसके बाद दरियाओं के आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया था। हालांकि दो दिन बाद हालात सामान्य हो गए थे, लेकिन अब फिर से वर्षा के अलर्ट के कारण प्रशासन सतर्क हो गया है। डीसी ने जिले के नगर निगम और नगर कौंसिलों को निचले इलाकों में जलभराव की समस्या से निपटने पर फोक्स करने का आदेश दिया है।
इसके लिए व्याप्क योजनाबंदी तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिला प्रशासन ने बाढ़ से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर रखे हैं। प्रशासन का कहना है कि लोग किसी भी तरह की समस्या आने पर हेल्प लाइन नंबर 1800-180-1852 या 01874-266376 पर संपर्क कर सकते हैं। अगर किसी इलाके में दरिया में जलस्तर बढ़ता है तो लोगों को उसकी पूर्व सूचना उपलब्ध कराई जाएगी।
मुक्तसर में 45 मिनट की वर्षा से शहर की सड़कें जलमग्न, दो से तीन फुट तक भरा पानी
श्री मुक्तसर साहिब: मुक्तसर में रविवार की सुबह छाए बादलों के बाद साढ़े सात बजे तेज वर्षा शुरू हो गई। लगभग 45 मिनट तक चली वर्षा से शहर के निचले इलाकों सहित अधिकांश सड़कें पानी में डूब गई। कई सड़कों पर तो दो से तीन फुट तक पानी जमा हो गया। वहीं गलियों में भी पानी घरों में घुसने लगा। वर्षा के कारण कई नाले चोक हो गए हैं जिस कारण पानी की निकासी की समस्या बनी रही।
इस वर्षा ने नगर कौंसिल की ओर से मानसून को लेकर की गई तैयारियों की भी पोल खोल कर रख दी। हालात ये थे कि नगर कौंसिल कार्यालय के बाहर वाली सड़क भी पानी में डूबी हुई थी। पानी की निकासी नहीं हो रही थी। वर्षा से तापमान में भी छह डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। मुक्तसर में 13.02 एमएम वर्षा दर्ज की गई।