सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने साफ कर दिया है कि सरकारी नौकरी करने वाला कोई भी व्यक्ति राजनीतिक गतिविधियों में तब तक प्रत्यक्ष रूप से हिस्सा नहीं ले सकता जब तक वह सरकारी नौकरी में है..
पंजाब की आंगनबाड़ी वर्कर्स एसोसिएशन की प्रधान हरगोबिंद कौर के शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में शामिल होने के साथ ही राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के तेवर भी कड़े हो गए हैं। राज्य सरकार ने सियासी दलों में ओहदे हासिल करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इसके तहत सियासी दलों का हिस्सा बनीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को काम से हटाया जा सकता है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने साफ कर दिया है कि सरकारी नौकरी करने वाला कोई भी व्यक्ति राजनीतिक गतिविधियों में तब तक प्रत्यक्ष रूप से हिस्सा नहीं ले सकता जब तक वह सरकारी नौकरी में है।
उनके ध्यान में लाया गया है कि कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने गांव की सरपंच भी हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि एक ही समय दो जगह से लाभ नहीं लिया जा सकता।
विभाग जल्द ही इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी करेगा और सियासी गतिविधियों से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोई एक काम चुनना होगा। उन्होंने कहा कि या तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करें या सियासी गतिविधियों में शामिल होकर सरपंच पद के चुनाव लड़ें। गौरतलब है कि हरगोबिंद कौर के शिअद महिला विंग की प्रधान चुने जाने के समय बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी मौजूद थीं।