यमुना नदी के बाद हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे इलाकों में खतरा बढ़ गया है। हिंडन का जलस्तर बढ़कर 201.15 मीटर पहुंचा गया है। हिंडन क्षेत्र के प्रभावित इलाकों की घनी आबादी में अब बीमारियों का प्रकोप फैलने लगा है..
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हिंडन के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। बुधवार को सैंकड़ों और मकानों में हिंडन का पानी घुस गया। बाढ़ से सबसे अधिक छिजारसी और चोटपुर गांव प्रभावित हैं। प्रशासन ने हिंडन का जलस्तर और बढ़ने की चेतावनी जारी की है। वहीं, यमुना का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन नदी के पानी सात और गांवों में पहुंच गया है। इससे फसल के साथ मकान भी डूबने लगे है।
बुधवार को गाजियाबाद बैराज पर हिंडन का जल स्तर डाउनस्ट्रीम 201.15 मीटर रहा। जबकि मंगलवार को जल स्तर 201.10 मीटर रहा था। हालांकि हिंडन में पानी के बहाव में कमी आई है। बैराज से 26335 क्यूसेक पानी छोड़ जा रहा है। उसके बाद भी बाढ़ का पानी लगातार घरों में घुसता जा रहा है।
सबसे अधिक चोटपुर, छिजारसी, हैबतपुर, तिगरी, युसुफपुर चकशाहबेरी व कुलेसरा गांव प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को घरों से बाहर निकाल कर आश्रय स्थलों में ठहराया जा रहा है।
उधर, ओखला बैराज पर यमुना नदी का जल स्तर 198.25 मीटर रहा है। मंगलवार को जल स्तर 198.30 मीटर रहा था। जलस्तर कम होने के बावजूद यमुना का पानी नंगली, वाजिदपुर, शाहपुर गोवर्धनपुर खादर, चकबसंतपुर, याकूतपुर प्रथम, छपरौली खादर और असदुल्लापुर में पहुंच गया। डूब क्षेत्र से लोगों को बाहर निकाला गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को 22 आश्रय स्थलों में ठहराया गया है।
एनडीआरफ तैनात, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जाने पर रोक
बाढ़ क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीम और पुलिस बल तैनात किया गया। लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जाने, सेल्फी लेने, नहाने और घूमने पर रोक लगा दी है।
जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि अभी तक स्थिति पूरी तरह काबू में है और किसी तरह की बाढ़ से अनहोनी नहीं हुई है। बाढ़ में फंसे एक-एक लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, पुलिस बल और अन्य दल लगा रखे हैं। बृहस्पतिवार के बाद स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बीमारियों का प्रकोप, छह मरीज भर्ती
जनपद में बाढ़ का असर दिखने लगा है। हिंडन क्षेत्र के प्रभावित इलाकों की घनी आबादी में अब बीमारियों का प्रकोप फैलने लगा है। उल्टी, दस्त, सांस लेने में तकलीफ और बुखार से पीडि़त छह मरीज बुधवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।
जिसके आधार पर मलेरिया विभाग की टीम को अलर्ट किया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग ने दस टीमों को तैनात किया है। 24 घंटे के लिए अलग-अलग शिफ्ट में डॉक्टरों की तैनाती की गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं। इन्हीं शिविरों में उपचार के लिए पहुंचे मरीजों की गंभीर स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस के माध्यम से मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।