माैसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में तीन-चार दिन तक मौसम में परिवर्तनशीलता कायम रहेगी। राज्य में उत्तर हरियाणा में 27 व 28 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट के साथ भारी वर्षा का अनुमान है। अगले दो दिन यलो अलर्ट रहेगा। जींद फतेहाबाद हिसार व सिरसा जिले में गरज के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है..
पूर्वानुमान के अनुरूप उत्तर हरियाणा के करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला आदि जिलों में बादल झमाझम बरस रहे हैं। कई क्षेत्रों में रात से सुबह तक वर्षा का दौर देखने को मिला। करनाल में 99.2 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। अन्य जिलों में भी अच्छी वर्षा से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
माैसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में तीन-चार दिन तक मौसम परिवर्तनशीलता कायम रहेगी। राज्य में उत्तर हरियाणा में 27 व 28 जुलाई को ओरेंज अलर्ट के साथ भारी वर्षा का अनुमान है। अगले दो दिन यलो अलर्ट रहेगा। दक्षिण व दक्षिण पूर्व हरियाणा में 27 जुलाई को ओरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम हरियाणा में 27 व 29 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
हरियाणा सहित पंजाब, राजस्थान व उत्तर प्रदेश में मानसून दोबारा सक्रिय हो गया है। इसी के चलते बुधवार को कई जगह झमाझम वर्षा हुई। पूर्वानुमान के अनुसार वर्षा का यह दौर आगे बढ़ते हुए अन्य क्षेत्रों को भी कवर करने वाला है।
कहीं हल्की तो कहीं मध्यम या भारी श्रेणी की वर्षा गतिविधियों का यह सिलसिला 30 जुलाई तक जारी रह सकता है। वर्तमान मौसमी प्रणाली के अनुरूप बंगाल की खाड़ी में बना नया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अच्छी तरह से चिन्हित कम दबाव क्षेत्र में बदल गया है।
यह अब और भी सक्रिय होते हुए डिप्रेशन में बदलने के साथ ही ओडिशा और आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ेगा। वहीं एक मानसून एक्सिस इस समय राजस्थान के जैसलमेर, कोटा, गुना, रायपुर, भवानिपटना से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। साथ ही चक्रवाती हवा का एक अन्य क्षेत्र पश्चिमी मध्यप्रदेश व साथ लगते पूर्वी राजस्थान पर बना हुआ है।
एक नया ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान पर बना है। इन सब प्रणालियों के समन्वित प्रभाव से हरियाणा सहित पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तर व पूर्वी राजस्थान, बुंदेलखंड और पूर्वी मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में नए सिरे से मानसून की सक्रियता देखने को मिल रही है। जबकि दक्षिण व पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्यप्रदेश में वर्षा गतिविधियों में कमी आएगी।
अब कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार हरियाणा में तीन-चार दिन तक मौसम का यही मिजाज देखने को मिल सकता है। इसका सर्वाधिक प्रभाव फिलहाल उत्तर हरियाणा के जिलों में नजर आ रहा है।
इसी क्रम में राज्य के पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, नई दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, झज्जर, रोहतक़, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, पलवल जिले में मेघगर्जन के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
कुछ जगह भारी वर्षा का दौर भी जारी रहेगा। जींद, फतेहाबाद, हिसार व सिरसा जिले में गरज के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है। एक-दो जगह भारी वर्षा भी संभव है। उसके बाद उत्तर भारत में वर्षा गतिविधियां घट जाएंगी। फिर सक्रिय मानसून का अगला दौर दो से तीन अगस्त के बीच दिखाई देने की संभावना है।
किस क्षेत्र में कितने जिले
उत्तर हरियाणा:-चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल व करनाल। दक्षिण व दक्षिण पूर्व
हरियाणा:-महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत व पानीपत।
पश्चिम व 3. दक्षिण-पश्चिम हरियाणा:-सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी व चरखी दादरी।