युगे युगीन भारत नेशनल म्यूजियम देश का सबसे बड़ा म्यूजियम बनने जा रहा है। इस म्यूजियम में आठ थीमेटिक सेगमेंट्स रहेंगे जो भारत के पिछले 5 हजार साल की कहानी बयां करेंगे। इस म्यूजियम के वर्चुअल वॉकथ्रू का उद्घाटन पीएम मोदी पहले ही कर चुके थे। इस म्यूजियम का जिक्र पीएम मोदी ने गुरुवार को ITPO कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के दौरान किया था..
दिल्ली के सिनेविस्टा में बन रहा युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय नासिर्फ विश्व का सबसे बड़ा म्यूजियम होगा, बल्कि इसके आठ थीम वाले विभिन्न खंडों में भारत के पांच हजार साल से भी पुराने इतिहास की तथ्यपरक कहानी होगी। अधिकारियों ने बताया कि नया संग्रहालय दिल्ली के नार्थ ब्लाक और साउथ ब्लाक के बीच स्थित होगा।
पीएम मोदी ने किया था जिक्र
यह संग्रहालय 1.17 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला होगा। कुल 950 कमरों वाली तीन मंजिला इमारत में बेसमेंट भी होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रगति मैदान में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो का उद्घाटन करते हुए इस म्यूजियम का एक वर्चुअल खाका जारी किया था।
बुधवार की शाम को 2700 करोड़ रुपये में तैयार 123 एकड़ के आईईसीसी कांप्लेक्स का उद्घाटन करते हुए उन्होंने इसे भारत मंडपम का नाम दिया। मोदी ने युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय की घोषणा करते हुए कहा कि म्यूजियम में आठ थीमों पर आधारित आठ खंड होंगे, जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहरों को पेश किया जाएगा, जो भारत की पांच हजार साल से भी पुरानी कहानी सुनाएंगी।
भारत का इतिहास दर्शाएगा ये संग्रहालय
भविष्य की ओर देखने वाले इस संग्रहालय में प्राचीन भारतीय ज्ञान, प्राचीन से मध्ययुगीन, मध्ययुगीन से बदलाव का दौरा, आधुनिक भारत, उपनिवेशी शासन (ब्रिटिश, डच, पुर्तगाली और अन्य के शासन का ब्योरा), स्वतंत्रता संग्राम और 1947 से अगले सौ साल जैसे खंड शामिल होंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जनपथ स्थित नेशनल म्यूजियम की कलाकृतियों और अन्य संग्रह को अब इसी म्यूजियम में रखा जाएगा। केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि मौजूदा राष्ट्रीय संग्रहालय को कर्तव्य पथ का ही एक उप भवन बना दिया जाएगा।