चंडीगढ़ में ट्राइसिटी से बाहर की गाड़ियों पर डबल पार्किंग फीस के फैसले के खिलाफ जनहित याचिका दायर की जाएगी। भाजपा ने यह फैसला जनहित के खिलाफ लिया है। प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को मामले में दखल देकर इस प्रस्ताव को रद्द करना चाहिए। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा के अनुसार देश में ऐसी व्यवस्था कहीं नहीं है, जहां बाहर की गाड़ियों से डबल पार्किंग फीस ली जाए..
प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि ट्राइसिटी में हजारों लोगों के पास ऐसी गाड़ियां हैं, जिनके नंबर अन्य राज्यों के हैं। चंडीगढ़ में ही पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड के सैकड़ों लोग ऐसे हैं, जिनकी गाड़ियों के नंबर उनके मूल राज्यों के हैं, लेकिन वह चंडीगढ़ के निवासी हैं। छाबड़ा ने मेयर अनूप गुप्ता को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ऐसे किसी भी फैसले को बिना किसी चर्चा के कैसे पास किया जा सकता है।
जनता के बीच भेदभाव पैदा करने का फैसला
यदि अन्य राज्यों में चंडीगढ़ की गाड़ियों से डबल पार्किंग फीस ली जाए तो कैसा लगेगा। छाबड़ा ने कहा कि नगर निगम का यह फैसला आम जनता के बीच भेदभाव पैदा करता है। एक ही पार्किंग में एक ही प्रकार की गाड़ी के लिए दो अलग-अलग रेट कैसे लिए जा सकते हैं। नगर निगम का यह फैसला सरासर गलत है। इसके लिए कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।
पहले पार्किंग घोटाले की जांच करें
आप नेता प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि मेयर अनूप गुप्ता पहले निगम के पार्किंग घोटाले की जांच करवा लें। यदि वह निगम और शहर के प्रति इतने ही गंभीर हैं तो उन्हें निगम को हुए 6 करोड़ रुपए के घाटे की भरपाई के लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। डबल पार्किंग जैसे फैसले लेकर निगम में हो रहे घोटालों पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है ताकि जनता का ध्यान भटकाया जा सके।