“बाबा मस्तनाथ मठ समापन कार्यक्रम में सीएम योगी ने भाग लेते हुए कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सनातन संस्कृति को मजबूत किया है। योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा दुनिया अब वहीं चलेगी जहां भारत चलेगा। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा दुनिया अब वहीं चलेगी जहां भारत चलेगा।”
रोहतक के बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ में आठमान भंडारा, शंखढाल, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं देश मेले का समापन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सत्य सनातन धर्म की जयकारों के साथ अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने योग और आयुर्वेद को नई पहचान दिलाने का काम किया। चांदनाथ योगी की समाधि और मंदिर के उद्घाटन समारोह में देश के महान साधु-संतों ने शिरकत की, जो गौरव की अनुभूति करवा रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सनातन संस्कृति को किया मजबूत
नाथ सम्प्रदाय सनातन धर्म को मजबूती के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सनातन संस्कृति को मजबूत किया है। वे सभी को एक साथ जोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि उनके लिए जो कुछ असंभव था, उसे भारत ने संभव कर दिया है। वे विश्व शांति की गारंटी सनातन धर्म में देखते हैं, और भारत में यह संभव है। विश्व के लोग आशा भरी नजरों से देख रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिशा में उम्मीद रख रहे हैं।
“सनातन को विश्वभर में प्रस्तुत करने के लिए चल रहे अभियान का आज का कार्यक्रम विशेष महत्वपूर्ण है। महंत चांद नाथ के संकल्प को बालकनाथ योगी पूरा कर रहे हैं। सनातन संस्कृति चुनौतियों का सामना करने और उन्हें परास्त करने के लिए शक्ति प्रदान करती है, बल्कि उनका ताकतवर मुखाबला करने के लिए।”भारत एक उत्कृष्ट राष्ट्र बन रहा है, जिसका उत्थान संतों के तप और चेतना का परिणाम है। वे संत उत्तर, पश्चिम, पूर्व और दक्षिण से आकर यहाँ आ रहे हैं। यह वास्तविक में हमारी सनातन संस्कृति का हिस्सा है। सनातन धर्म में सभी जाति, धर्म और संस्कृतियों को समाहित किया गया है।
योग गुरु रामदेव ने कहा विश्व अब वहां चलेगा, जहां भारत चलेगा
योग गुरु बाबा रामदेव ने अपने भाषण में कहा कि योग का संदेह नाथ सम्प्रदाय से ही उत्पन्न हुआ है। हमने नाथ सम्प्रदाय से ही सब कुछ सीखा है और हठ योग भी नाथ सम्प्रदाय का हिस्सा है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी योग को अपनाकर दिखाया है। बाबा मस्तनाथ मठ ने नाथ सम्प्रदाय को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
रामदेव ने विस्तार से कहा- यहाँ बाबा मस्तनाथ मठ में चांदनाथ योगी की समाधि स्थल नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सनातन धर्म में सभी जातियों को समाविष्ट किया गया है। आज यहाँ एक महत्वपूर्ण साधु-संत समागम हो रहा है, जिसे महाकुम्भ के समान महत्व दिया जा सकता है। यहाँ देश के महान संत और समाज के गौरव मौजूद हैं।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने बताया सनातन बीमारी नहीं इलाज है
सनातन बीमारी नहीं है, बल्कि यह एक विशेष धार्मिक विचारधारा है जिसमें समानता और एकता की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इस बारे में कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति नेतृत्व के द्वारा विश्व को एक साथ जोड़ने में मदद करते हैं। सनातन धर्म न केवल विभाजन करता है, बल्कि सबको एकत्रित करता है। चंद्रयान-तीन की सफल उत्तरी भूमि पर उतराई जाने की पूर्वस्थिति में, इसरो के मुख्य सोमनाथ चिंतित थे।”हालांकि, वह मंदिर गए और पूजा की। उन्होंने माथे पर तिलक लगाया। इसके पश्चात उनका सफल लैंडिंग हुआ। इसलिए विज्ञान भी सनातन धर्म को स्वीकार करता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की तरह राजस्थान में योगी बालकनाथ को सीएम बनने के लिए सुझाव दिया।”