हरियाणा सरकार द्वारा श्रमिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए ‘पीएम-विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की गई है। इस योजना में 18 प्रमुख हस्तकला व्यवसायों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही, महिला श्रमिकों को सिलाई मशीन खरीदने के लिए 4500 रुपए और श्रमिकों के बच्चों को स्कूल जाने के लिए 9वीं, 10वीं क्लास के छात्रों को 10,000 रुपए और आइटीआइ और डिप्लोमा के छात्रों को भी 10,000 रुपए दिए जाएंगे।
सरकार ने श्रमिकों के जीवन मानकों को उँचाई देने के उद्देश्य से पीएम-विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की है। इस योजना में 18 विभिन्न हस्तकला व्यवसायों को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत नाव निर्मण, शस्त्रकारी कार्य, लोहार, हथौड़ा और लोहे के उपकरण निर्मण, ताला निर्मण, सुनार, कुंभकार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी निर्मण, सुथार, चटाई निर्मण, गुड़िया और खिलौने निर्मण, बारबर, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने के जाल निर्मण जैसे कार्य शामिल हैं।
आपको बता दें इस योजना के अंदर विभिन्न व्यवसायों से जुड़े कारीगरों को प्रशिक्षण, उपकरण सेट, और बैंक से ऋण प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा। इस योजना के तहत, कारीगरों को पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा पोर्टल पर पंजीकृत करवाना होगा। डीसी नरेश नरवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत, कारीगरों और शिल्पकारों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और पहचान-पत्र के माध्यम से पहचान दी जाएगी।
5 फीसदी ब्याज पर 2 लाख तक की ऋण सहायता
इस योजना के अंतर्गत, एक लाख रुपये (पहली किश्त) और दो लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक के ऋण के साथ पांच प्रतिशत की रियायती ब्याज दर प्राप्त किया जा सकेगा। इस योजना के अंतर्गत, कौशल विकास, टूलकिट प्रोत्साहन, डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी।इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है कि डाकियों के जीवनस्तर को उच्च करना। इस योजना के तहत, उन कुशल कारीगरों पर बल दिया जाता है, जो अपने कौशल का प्रयोग करके अपने जीवन का निर्माण करते हैं, चाहे वे गांवों में हों या शहरों में।
श्रमिकों के बच्चों को किस प्रकार मिलता है लाभ
डीसी नरेश नरवाल ने बताया कि पीएम-विश्वकर्मा योजना के तहत श्रमिक की बेटी के लिए जो कालेज जाती है, उसको इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 50 हजार रूपए तथा श्रमिक को साइकिल खरीदने के लिए पांच हजार रुपए दिए जाएंगे।
ऐसी ही तरह से, महिला श्रमिक को सिलाई मशीन खरीदने के लिए 4500 रुपए दिए जाएंगे, श्रमिकों के बच्चों को स्कूल जाने वाले, 9वीं, 10वीं, आईटीआई और डिप्लोमा के छात्रों को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। 11वीं और 12वीं के छात्रों को 12 हजार रुपए दिए जाएंगे।