हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत, वंचितों को उनको हक़ दिया हैं । इस योजना के तहत 50 हजार परिवार लाभ भी उठा चुके हैं। साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 2750 रुपये तक बढ़ा दिया गया है। और तो और इससे सम्बंधित लोगों को अब से दफ्तरों में जाने की भी कोई आवश्यकता नहीं पड़ती । डीबीटी लागू होने से 141 योजनाओं में 36.75 लाख नकली और दोहरे लाभार्थियों को हटाया गया है, जिससे 1182.23 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
दरअसल हरियाणा राज्य के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रेय ने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने हरियाणा में नौ साल में व्यवस्था परिवर्तन किया है, गरीबों से जुड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया और लाखों लोग इससे लाभान्वित हुए हैं। दो नवंबर को करनाल में इन लाभार्थियों का अंत्योदय महासम्मेलन होने वाला है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे, जबकि सीएम मनोहर लाल अध्यक्षता करेंगे।
सीएम मनोहर ने भ्रष्टाचार पर किया वार
बता दें कि बीते मंगलवार को, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में, सीएम मनोहर के मीडिया समन्वयक जगमोहन आंनद और रणदीप घनघस के साथ, पत्रकारों के साथ एक वार्ता में, मीडिया सचिव ने कहा कि 2014 से पहले प्रदेश में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, और क्षेत्रवाद का बहुत बड़ा मुद्दा था। साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सत्ता संभालते ही इस सभी मुद्दों प्रणाली पर तगड़ा वार किया हैं |
86 लाख आयुष्मान कार्ड बनवाए गए
हालंकि मीडिया सचिव ने बताया कि आयुष्मान भारत-चिरायु योजना के तहत 86 लाख आयुष्मान चिरायु कार्ड तैयार किए गए हैं। 8.50 लाख रोगियों को 1088 करोड़ रुपए के दावे दिए गए हैं। नौ साल के दौरान, एक लाख 10 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं। हरियाणा कौशल विकास मिशन के अंतर्गत एक लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, बड़ी संख्या में प्रशिक्षित युवक विभिन्न उद्योगों में नौकरियों में लगे हैं। स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता और अन्य सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही हैं।
675 सेवाएं सरल पोर्टल हैं उपलब्ध
अत्रेय के अनुसार, 675 सेवाएं सरल पोर्टल पर उपलब्ध हैं, जिन्में 54 विभाग शामिल हैं। गांव के लोग ग्राम दर्शन पोर्टल और शहरी नगर दर्शन पोर्टल पर समस्याएं दर्ज कर सकते हैं। परिवार पहचान पत्र का लाभ अब 71 लाख परिवारों के 2.83 करोड़ सदस्यों के डेटा को अपडेट करने के रूप में मिल रहा है। प्रति व्यक्ति की वार्षिक आय 137770 रुपये से बढकर 296685 रुपये हो गई है। निर्यात 68 हजार करोड़ से बढकर 245453 रुपये हो गई है।