“छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों का नामांकन पूरा हो गया है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी ने 90 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को प्रस्तुत किया है। लेकिन रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट वो एकमात्र सीट है जहां सबसे अधिक निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना नामांकन किया है। यहां पर खास बात यह है कि अधिकांश निर्दलीय उम्मीदवार मुस्लिम हैं। अब हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि पूरे प्रदेश में केवल रायपुर दक्षिण में ही क्यों सबसे अधिक मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।”
मुस्लिम प्रत्याशियों ने रायपुर दक्षिण में सबसे ज्यादा किया नामांकन
वास्तव में, 30 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि तक रायपुर दक्षिण से 47 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन की राय दी है। इनमें बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल, कांग्रेस के महंत राम सुंदर दास, आम आदमी पार्टी के विजय कुमार झा, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदीप साहू, जोहर छत्तीसगढ़ पार्टी के मनीष कुमार ठाकुर, और बहुजन समाज पार्टी की मोनिका बहन शामिल हैं। इसके अलावा, रायपुर दक्षिण से 24 उम्मीदवार निर्दलीय नामांकन किया है, जिनमें 13 प्रत्याशी मुस्लिम समाज से हैं। इसलिए, रायपुर दक्षिण की चुनावी प्रतिस्पर्धा बेहद महत्वपूर्ण हो गई है।
भाजपा से बृजमोहन अग्रवाल 7 बार से चुनाव जीत रहे
बता दें रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर एक महत्वपूर्ण चुनाव का मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच हो रहा है, जहाँ बैठे हुए विधायक बृजमोहन अग्रवाल हैं, जिन्होंने पिछले 33 सालों से चुनाव जीत रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने पिछले 7 चुनावों में बृजमोहन अग्रवाल के विरुद्ध हार का सामना किया है. इस बार, कांग्रेस ने हिंदू कार्ड को बढ़ावा देने के लिए दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास को अपना प्रत्याशी चुना है. रायपुर दक्षिण का चुनाव तनावपूर्ण हो रहा है, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशियों का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस और भाजपा के बीच होने वाले चुनावों में नतीजे का अंतर निर्दलीय प्रत्याशियों के समर्थन पर भी निर्भर हो सकता है|