पंजाब में पराली जलाने के मामले ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। पिछले साल, इस समय तक 29999 मामले दर्ज किए गए थे। 2021 में पंजाब में पराली जलाने के मामले 32734 थे। इसके साथ ही, राज्य में वायु की गुणवत्ता भी खराब हो गई है। सभी शहरों का वायु गुणवत्ता सूची (AQI) पूर्ण विभाग में शामिल हो गई है।
राज्य में पराली जलाने की गति आठ दिन में 25 गुना तेजी से बढ़ गई है। 28 अक्टूबर को, राज्य में कुल 127 पराली जलाने के मामले सामने आए थे, लेकिन 29 अक्टूबर को यह संख्या 1,068 तक बढ़ गई। इस सीजन में रविवार को सबसे अधिक 3,230 पराली जलाने के मामले सामने आए, जिनमें से 551 मामले सीएम भगवंत मान के खुद के जिले में दर्ज हुए थे।
सोमवार तक कितने मामले आए सामने
हालांकि, सोमवार को पराली जलाने के मामलों में कमी आई और कुल 2,060 मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक 509 मामले केवल संगरूर से हैं। अब संगरूर में पराली के जलाने के कुल 3,207 मामले हो गए हैं, जोकि राज्य में सबसे अधिक हैं। इसके अलावा 1,976 मामलों के साथ फिरोजपुर दूसरे, 1,809 मामलों के साथ तरनतारन तीसरे, 1,451 मामलों के साथ मानसा चौथे और 1,439 मामलों के साथ अमृतसर पांचवें स्थान पर है। राज्य में इस बार छह नंवबर तक पराली जलाने के 17,403 मामले सामने आ चुके हैं।
प्रदेश के सभी शहरों का AQI आया खराब कैटेगरी में
यद्यपि, यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में कम है। बताते चलें की पिछले वर्ष, इस समय तक 29,999 मामले सामने आए थे। 2021 में पराली जलाने के मामलों की संख्या 32,734 थी। राज्य में पराली जलाने के मामलों के वृद्धि के साथ-साथ वायु की गुणवत्ता भी खराब हो गई है। राज्य के सभी शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खराब श्रेणी में शामिल हो गया है।
अमृतसर और बठिंडा क्षेत्रों को एक बहुत खराब एयर क्वालिटी वर्ग में शामिल किया गया है। इसका मतलब है कि सोमवार को अमृतसर ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में 333 के साथ सबसे अधिक प्रदूषण का सामना किया। साथ ही, बठिंडा ने 306 के साथ दूसरा स्थान पकड़ा, लुधियाना 287 के साथ तीसरा, मंडी गोबिंदगढ़ 275 के साथ चौथा, जालंधर 241 के साथ पांचवा, खन्ना 230 के साथ छठा और पटियाला 223 के साथ सातवा स्थान प्राप्त किया। हवा की गुणवत्ता कम होने के कारण सांसों की समस्या बढ़ गई है। अस्पतालों में रोगियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है। इस स्थिति का बना रहने पर आगे और भी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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