2024 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, संत-महन्तों के आशीर्वाद से नैय्या पार करने के प्रयासों में सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल 20 नवम्बर को होडल में कथाकार चित्र लेखा द्वारा बनाए गए गा गयुओं के हस्पताल का लोकार्पण करेंगे। आगामी 2 दिसम्बर को मनोहरलाल निरंकारी मिशन द्वारा शुरू होने वाली नशे के खिलाफ मुहिम में समालखा में भाग लेंगे।
5 दिसम्बर को हरियाणा के इतिहास में पहली बार कोई सीएम रामलीला और दशहरे के आयोजन करने वाले पूरे प्रान्त के आयोजकों को कुरुक्षेत्र में मिलेंगे। 7 दिसम्बर से शुरू होने वाले गीता जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल शिरकत करेंगे। भूतकाल में भी मुख्यमंत्री ने ब्यास में राधा स्वामी समागम, बल्लावाला रविदासजी ढेरे और स्वामी सम्पूर्णानन्द जी जैसे कई संत महात्माओं से मिला है।
सीएम ने किया सन्तों को आमंत्रित
मुख्यमंत्री ने 26 जून को नशा विरोधी दिवस के कार्यक्रम में भी कई सन्तों को आमंत्रित किया था। साइकिल रैली में भी सन्त आमंत्रित थे। पांच मई को अपने जन्मदिन को भी मुख्यमंत्री ने सन्त कबीर कुटीर में संतों के साथ समय व्यतीत किया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नशे के खिलाफ धार्मिक संतों के माध्यम से एक बड़ा अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। समालखा में 2 दिसंबर को निरंकारी मिशन द्वारा शुरू होने वाली नशे के खिलाफ मुहिम में 25 हजार युवक इस मिशन को सफल बनाने के लिए योगदान देंगे।
हरियाणा के राजनीतिक स्तर पर, अतीत में जो भी मुख्यमंत्री रहे हैं, वे सभी धार्मिक और आस्थावान व्यक्तित्व रखते थे। हालांकि, समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सिर्फ मनोहर लाल द्वारा किया गया एक पहल थी। मनोहर लाल ने मिशन 2024 के लिए पूरी तरह से भाजपा की कमान में स्थापित कर दी हैं। उनका सक्रिय होना राजनीतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, धार्मिक, और सभी क्षेत्रों पर हो रहा है।
सीएम मनोहर हैं धार्मिक
मुख्यमंत्री खुद भी धार्मिक और अध्यात्मिक ज्ञान को पूरी तरह से समझते हैं। समाजिक चेतना में संतों और महंतों की महत्वपूर्ण भूमिका हमेशा से रही है, और वर्तमान में भी संतों और महंतों के माध्यम से लोगों को मानसिक रूप से सामाजिक अनैतिकताओं के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने का सशक्त प्रयास किया जा रहा है।
मनोहरलाल ने मुख्यमंत्री के रूप में प्रशासनिक और राजनैतिक क्षेत्र में जितनी मजबूती दिखाई है, उतनी ही उनकी सामाजिक मुद्दों में भी है। हरियाणा को 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनावों का सामना करना होगा। 5 मई को मुख्यमंत्री ने अपने जन्मदिन पर सीनियर सिटीजन्स के लिए राम मंदिर के स्थल आयोध्या का दर्शन करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया था।
हरियाणा में 2024 में लोकसभा के 10 और विधानसभा के 90 सीटों पर चुनाव होने की तैयारी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रदेश भर में विभिन्न स्थानों पर यात्रा करके आम जनता से संपर्क बनाए रखने का कार्य किया है। उनके जनसंवाद कार्यक्रम भी नियमित रूप से चल रहे हैं। इसके अलावा, सांसदों, विधायकों, और मंत्रियों से भी जनसंवाद के लिए कहा गया है।