प्रदेश स्तरीय तीसरे महोत्सव के बाद अब प्रदेश के सीएम मनोहर लाल खट्टर, पानीपत में रह रहे लाखों पूर्वांचली श्रद्धालुओं के बीच पहुंचकर छठी मैया का महापर्व मनाने जा रहे हैं। महापर्व की तैयारी के संदर्भ में प्रशासन लगातार काम कर रहा है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का उनके बीच पहुंचना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया कि हर साल वे इस त्योहार को हर्षोल्लास से मनाते हैं, लेकिन प्रदेश के मुखिया का इस अवसर पर उनके बीच पहुंचना एक विशेष घटना है। इसके साथ ही, पूर्वांचली लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से एक धर्मशाला, छठी मैया का मंदिर, और घाट को पक्का करवाने की मांग रखी है।
क्या होने वाला हैं
लोग बता रहे हैं कि 2001 से लोग पानीपत के असन्ध रोड, दिल्ली पैरलल नहर के पास एक पर्व मना रहे हैं। उस समय, यहां कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी। वे अपने स्तर पर झाड़ियां साफ करके छठी मैया की पूजा करते थे, लेकिन पिछले 5-6 सालों से प्रशासन से अच्छा सहयोग मिल रहा है। इस बार, प्रदेश के मुख्यमंत्री आ रहे हैं और और भी अधिक व्यवस्थाएं और सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घाट कच्चा होने की वजह से पूजा करने आई हुई महिलाओं के पैर फिसल जाते हैं और दुर्घटना हो जाती है, इसलिए घाटों को पक्का करना बहुत जरूरी है और यह मांग हम प्रदेश के मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे। अगर वह हमारी यह मांग पूरी करते हैं तो हम सदा उनके आभारी रहेंगे।
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पानीपत में छठी मैया का त्यौहार विभिन्न स्थानों पर मनाया जाएगा, लेकिन मुख्य रूप से तीन घाट तैयार किए गए हैं, जिन पर स्वच्छता और व्यवस्थाओं का पूरा ध्यान दिया जा रहा है। जिले के उपायुक्त भी इन तीनों घाटों पर नजर रख रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी व्यवस्थाएं सही तरीके से की जा रही हैं।