हरियाणा सरकार ने आंगनबाड़ियों को बड़ी सुविधा प्रदान करते हुए घोषणा की है कि निजी परिसरों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों के किराए में वृद्धि की जाएगी। इसके बाद, निजी इमारतों के किराए को 200 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया गया है, जबकि शहरी क्षेत्रों में किराए को 1500 से बढ़ाकर 2000 रुपये करने का ऐलान किया गया है।
हरियाणा में निजी आंगनबाड़ियों को अब सरकार द्वारा अधिक किराया मिलेगा। गाँवों में आंगनबाड़ी केंद्रों की मिनिमम किराया 200 रुपये से बढ़कर 1000 रुपये कर दी गई है। इसी रूप में शहरी क्षेत्रों के आंगनबाड़ियों को 1500 रुपये की बजाय 2000 रुपये मिलेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इसका अर्थ है कि अब से पहले किसी भी किराए की मांग पर सही मूल्यांकन करने के लिए पहले सक्षम एजेंसी को लागू किया जाएगा, और अगर उसमें सहीता प्राप्त होती है, तो ही भुगतान किया जाएगा। इससे पहले शनिवार को विशेष चर्चा के दौरान, मुख्यमंत्री ने 10 वर्ष से अधिक अनुभव वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पारिश्रमिक को 14 हजार रुपये तक बढ़ाने का निर्णय लिया था। 10 वर्ष तक के अनुभव वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मिनी-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पारिश्रमिक को भी 12 हजार 500 रुपये तक बढ़ाने का एलान किया गया था, तथा आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय को प्रति माह 7500 रुपये करने की भी घोषणा की गई थी।
सीएम मनोहर लाल मानदेय को भी बढ़ा चुके है
पारिश्रमिक में वृद्धि नवंबर से प्रभावी होगी, और इस प्रकार की वृद्धि करने पर उत्पन्न होने वाले वित्तीय बोझ का सामरिक जिम्मेदारी हरियाणा सरकार द्वारा संभाला जाएगा। पहले ही सीएम मनोहर लाल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए सर्वाधिक मानदेय प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने 10 साल से अधिक सेवा कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए पारिश्रमिक में वृद्धि करने का भी ऐलान किया है, साथ ही उन्होंने वर्दी भत्ता को 800 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने का प्रस्ताव रखा है।