लखनऊ। पिछले कईदिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने यूपी में कहर ढाया हुआ है। देररात लखनऊ के कैंट थानाक्षेत्र स्थित दिलकुश कॉलोनी में निर्माणाधीन दीवार गिरने से उसके नीचे दबकर नौ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मलबे के नीचे से शव निकाले, जिन्हें देख पुलिस-प्रशासन से लेकर पब्लिक की रूह कांप गई। लोग अनजान कातिल को कोस रहे थे। मरने वालों में दो बच्चे भी हैं। ऐसा ही मंजर उन्नाव जनपद में भी सामने आया है। यहां के असोहा थानाक्षेत्र के कांथा गांव में कच्चा मकान गिरने से दो भाईयों और एक बहन की दबकर मौज हो गई।
दिलकुशा कॉलोनी में पुरानी दीवार का निर्माण कार्य चल रहा था जिसके लिए मजदूर रुके हुए थे। दीवार का वह हिस्सा गिरा जो कि पहले मजबूती से खड़ा हुआ था। हादसे से चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और मलबे के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालने के साथ पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने रात में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। मजबे से 11 लोगों को बाहर निकाला। जिसमें नौ की मौत हो चुकी थी, वहीं दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें इलाज के लिए पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया।
हादसे में घायल एक मजदूर झांसी के रहने वाले राघवेंद्र ने बताया कि सभी लोग सो रहे थे। रात करीब 12 बजे दीवार ढह गई। सभी लोग दीवार के मलबे के नीचे दब गए। स्थानीय लोगों ने मुझे बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। इस हादसे में प्रदीप गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, रेशमा गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, 1 साल की बच्ची गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, ं एक साल का बच्चा, गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, दो साल का बच्चा गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, चंदा, गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, धर्मेंद्र गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, मन कुमार देव गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, पप्पू गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी की मौत हो गई हैं। वहीं राघवेंद्र पुत्र करन, गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी, गोलू पुत्र पप्पू, गांव पंचवाड़ा, जिला झांसी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घटना की सूचना प्राप्त होते ही डीएम सूर्य पाल गंगवार दिलकुशा कॉलोनी पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि दुर्घटना कल रात से हो रही बारिश के कारण निर्माणाधीन दीवार गिरने से हुई। दो घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टरों ने दोनों को खतरे के बाहर बताया गया है। डीएम ने सिविल हास्पिटल पहुंच कर उनका हालचाल लिया। डीएम ने बताया कि हादसे में मृत लोगों के परिजनों को आपदा राहत के अंतर्गत मुख्यमंत्री की ओर से 4-4 लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की गई है। डीएम ने हादसे की जांच के आदेश भी दिए हैं। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराने के लिए पुलिस ने भेज दिया था।
इसी तरह उन्नाव जिले में असोहा थाना क्षेत्र के कांथा मे कच्चा मकान गिरने से दो भाइयों और एक बहन सहित तीन की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मलबे में दबे शवों को बाहर निकाला। डीएम के साथ ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएम ने बताया कि घर की दीवार कच्ची होने के चलते ये हादसा हुआ है। मृतकों के परिवारवालों को उचित मुआवजा शासन की तरफ से दिया जाएगा। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि, पैसे नहीं होने के कारण ये लोग कच्चे मकान में रहने को मजबूर थे। पीएम आवास के लिए कईबार अधिकारियों के पास जाकर फरियाद की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अफसरों को घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने का निर्देश दिया है। लखनऊ के सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि लखनऊ मे एक दीवार गिरने से कई लोगों की मृत्यु होने के समाचार से मुझे बहुत दुख हुआ है। जिन लोगों को इस हादसे में अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं इस दुर्घटना में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेज बारिश को देखते हुए जिलों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्यों पर नजर रखें और प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करें। उन्होने आपदा से हुई जनहानि से प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि अविलंब प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा अथवा पशु हानि हुई, ऐसे प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कई जिलों में बारिश से फसलों को भी नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने अधिकारियों को इसका सर्वेक्षण करने के भी निर्देश दिए।