मऊ। बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक व माफिया मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पैरवी करने वाले वकीन दारोगा सिंह पर सरायलखंसी थाने की पुलिस ने गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि दारोगा सिंह ने ताजोपुर ग्रामसभा स्थित किन्नूपुर पुरवे में पैमाइश करने गई टीम को धमकाया और इस दौरान जजों के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया। प्ररकण का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद आलाधिकारी एक्शन में आते हुए बड़ी कार्रवाई वकील के खिलाफ कर दी।
क्या है पूरा मामजा
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री डॉक्टर संजय निषाद तीन दिन पहले मऊ पहुंचे थे। मंत्री ने किन्नू गांव में चौपाल लगाई और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने निजी व कई बिगाहा सरकारी जमीन कब्जा की शिकायत मंत्री से की थी। मौके पर मौजूद डीएम और एसपी को मंत्री ने कड़ाई के साथ समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिये थे। मंत्री के जाने के बाद डीएम ने जनपद के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
वकील ने टीम को पैमाइश करने से रोका
डीएम के आदेश पर सदर तहसील के कानूनगो राजेश सिंह दल बल के साथ दर्जनों गाटा संख्या के कई बिगहा जमीन की नापी करने के लिए मौके पर पहुंचे। इसी दौरान मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह और उनके साथ सुशील नामक व्यक्ति पहुंचा। मुख्तार के वकील ने टीम को पैमाइश करने से रोक दिया। टीम ने जब अधिकारियों का हवाला दिया और बताया कि उनके निर्देश पर पैमाइश किया जा रहा है तो वकील ने धमकी भरे लहजे में टीम के साथ ही जजों के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया।
अधिकारियों के आदेश पर मुकदमा
मामले का किसी ने वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। पूरी घटना का वीडियो भी वायरल होने पर अधिकारियों ने संज्ञान लिया। कानूनगो की तहरीर पर सरायलखंसी थाने में वकील समेत दो लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई। इसके बाद पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान का कहना है कि मामले की जैसे ही जानकारी हुई इसे लेकर कानूनगो की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।