बरेली। सुभाषनगर में आरएसएस के मथुरा महानगर प्रचारक को करगैना पुलिस घर से उठा ले गई और लॉकप में बंद कर उनकी पिटाई कर दी। जिसको लेकर आरएसएस के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और धरने पर बैठ गए। मामले बढ़ता देख आलाधिकारी हरकत में आए और दरोगा समेत 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने सड़क जाम और पुलिस से अभद्रता के मामले में आरएसएस पदाधिकारी समेत 200 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
बरेली के सुभाषनगर निवासी आरेंद्र कुमार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के मथुरा महानगर के प्रचारक हैं। उनकी मां कईदिनों से बीमार चल रही हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। वह अपनी मां के इलाज के लिए घर आए हैं। गुरुवार रात वह बाइक से घर लौट रहे थे। आरोप है कि रास्ते में अस्पताल से फोन आ गया तो वह बाइक रोक कर मोबाइल पर बात करने लगे। इसी दौरान सुभाषनगर थाना क्षेत्र के करगैना चौकी इंचार्ज अंकित कुमार ने पीछे से साइड मांगा तो आरेंद्र ने रोड खराब होने के चलते साइड नहीं दे सके। बस इसी बात से नाराज चौकी इंचार्ज अंकित कुमार ने ओवरटेक कर प्रचारक आरेंद्र की बाइक रोक ली।
चौकी में ले जाकर की पिटाई
आरेंद्र कुमार ने दरोगा को अपना परिचय दिया और गलती के लिए माफी मांगी। आरोप है कि, दरोगा अंकित कुमार ने पहले जमकर डांटा और फिर उन्हें उन्हें चौकी लेकर गया। जहां उनके साथ करीब 9 अन्य पुलिसकर्मियों ने अभद्रता करते हुए मारपीट की थी। आरोप है कि दरोगा और पुलिसकर्मियों ने उन्हें एक अपराधी की तरह थर्ड डिग्री दी। जब पूरे घटना की जानकारी आरएसएस के पदाधिकारियों को हुई तो वह चौकी की तरफ कूच कर दिए। भनक लगते ही दरोगा ने आरएसएस प्रचारक को आनन-फानन में छोड़ दिया।
चौकी के बाहर प्रदर्शन
आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों लोग करगैना चौकी गए। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को हुई लेकिन उसी दौरान प्रेमनगर में सांप्रदायिक मामला होने के कारण अफसर वहीं फंसे रह गए। देर होने से नाराज भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया और सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने जब मना किया तो आरएसएस पदाधिकारी और उनके साथ आए लोग पुलिस से अभद्रता करने लगे थे। अफसर पहुंचे और मामले को देखते हुए चौकी इंचार्ज करगैना को सस्पेंड कर दिया। उसके बाद आरएसएस पदाधिकारी मुकदमे की मांग को लेकर अड़ गए।
सस्पेंड के साथ दर्ज करवाया मुकदमा
अफसरों ने आरएसएस पदाधिकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। जिसके बाद पीड़ित की तहरीर पर जहां चौकी इंचार्ज अंकित कुमार, मढ़ीनाथ चौकी इंचार्ज सुनील कुमार भारद्वाज समेत आठ अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया। तो दूसरी तरफ पुलिस की तरफ से अज्ञात आरएसएस पदाधिकारियों एवं करीब 200 अन्य समर्थकों के खिलाफ जाम लगाने, पुलिस अभद्रता करने और धारा 144 का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।