हरियाणा में कांग्रेस का संगठन जल्द ही बन सकता है। कांग्रेस पार्टी के दो राष्ट्रीय सचिव अब प्रदेश का दौरा करने वाले हैं। हाईकमान ने इनको प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया के साथ मिलकर संगठन बनाने का मिशन सौंपा है। माना जा रहा है कि सबसे पहले इनका काम कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को खत्म करने का होगा। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी..
हरियाणा में कांग्रेस संगठन बनने का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं को सितंबर माह में नए जिलाध्यक्ष और ब्लाक अध्यक्ष मिल सकते हैं। जिलाध्यक्ष और ब्लाक अध्यक्ष बनाने में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कोटा सिस्टम इस बार बिल्कुल भी नहीं चलेगा। कांग्रेस हाईकमान की ओर से राष्ट्रीय सचिव स्तर के दो पर्यवेक्षक हरियाणा में नियुक्त किए जाएंगे, जो प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की संगठन बनाने में मदद करेंगे। इन दोनों राष्ट्रीय सचिवों की नियुक्तियां इसी माह हो सकती हैं।
हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने गुरुग्राम, करनाल, फरीदाबाद व सोनीपत लोकसबा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में दो राष्ट्रीय सचिवों की नियुक्ति के संकेत दिए हैं। बाबरिया इसी सप्ताह चंडीगढ़ के दौरे पर भी आने वाले हैं, जो यहां चार दिन तक रहेंगे।
गुटबाजी खत्म करने का होगा प्रयास
इन चार दिनों में दीपक बाबरिया अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और सिरसा लोकसभा क्षेत्र के प्रमुख नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान सात अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हरियाणा के प्रमुख पार्टी नेताओं की बैठक लेंगे, जिसमें पार्टी की गुटबाजी खत्म करने के साथ ही एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर सहमति बनाने का प्रयास किया जा सकता है।
इस महीने बन जाएगा संगठन
दीपक बाबरिया के समक्ष जब हरियाणा कांग्रेस का संगठन नहीं बनने का मुद्दा उठा तो उन्होंने कहा कि अब ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि सितंबर माह में जिलाध्यक्षों तथा ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्तियां हो जाएंगी। कांग्रेस हाईकमान की ओर से नियुक्त किए जाने वाले दो राष्ट्रीय सचिवों को हरियाणा में फील्ड में भेजा जाएगा। राज्य की पांच-पांच लोकसभा सीट इन राष्ट्रीय सचिवों में आवंटित कर दी जाएगी। वह फील्ड में जाकर जिलाध्यक्षों के बारे में कार्यकर्ताओं की राय हासिल करेंगे।
साथ ही लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर भी फीडबैक लिया जाएगा। राष्ट्रीय सचिवों की रिपोर्ट के आधार पर हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी कांग्रेस जिलाध्यक्षों तथा ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्तियां करेंगे। उन्होंने साफतौर पर कह दिया कि राष्ट्रीय सचिवों की रिपोर्ट को किसी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जाएगा तथा नेताओं का कोटा सिस्टम नहीं चलेगा। प्रदेश स्तरीय संगठन में जरूर कांग्रेस के प्रमुख नेताओं की राय को शामिल किया जाएगा, ताकि प्रदेश स्तर पर सभी में एकजुटता बनी रहे।