नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अलावा देश में इसी साल और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नई नई संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति की घोषणा कर दी है। नई टीम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जगह नहीं दी गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को 2013 में बोर्ड में शामिल किया गया था। नई टीम में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा जेपी नड्डा अमित शाह के अलावा अन्य नेता शामिल किए गए हैं।
बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने पार्टी की संसदीय बोर्ड का गठन किया है। इमसें बी एस येदियुरप्पा, सर्वानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, सुधा यादव, इकबाल सिंह लालपुरा, सत्यनारायण जटिया और बी एल संतोष को शामिल किया गया है। नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है। येदियुरप्पा को संसदीय बोर्ड में लाने के पीछे बीजेपी की बड़ी रणनीति दिख रही है। येदियुरप्पा का कर्नाटक में बड़ा आधार है और पार्टी उनके जरिए 2023 में फिर से सत्ता में आने की कोशिश करेगी।
बीजेपी चुनाव समिति से भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को बाहर किया गया। बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति से शिवराज सिंह चौहान, गडकरी और शहनवाज हुसैन को हटा दिया गया है। बीजेपी चीफ जेपी नड्डा होंगे इस समिति के अध्यक्ष। बीजेपी की नई टीम देश के कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए बनाई गई है। 2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान को पूरा फोकस मध्य प्रदेश में रखने के चलते संसदीय बार्ड से हटाया गया है।
महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी की दूसरी सबसे ताकतवर बॉडी में जगह दी गई है। इस बॉडी में राजस्थान के नेता ओम माथुर और वन मंत्री भूपेंद्र यादव को भी शामिल किया गया है। फडणवीस ने शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
संसदीय बोर्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह के अलावा बीएस येदियुरप्पा, सर्वानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और बीएल संतोष को जगह मिली है।