नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) का कानपुर, बंगाल से लेकर नई दिल्ली में लगातार एक्शन जारी है। मंगलवार को ईडी की कई टीमों ने एक साथ नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर छापे मारे थे। सुबह से लेकर देरशाम तक ये कार्रवाई चली थी। बुधवार को ईडी के अफसर दिल्ली स्थित हेराल्ड बिल्डिंग में दाखिल हुए और यंग इंडिया कंपनी का ऑफिस सील कर दिया है। यह कार्रवाई सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की गई थी। बता दें, यंग इंडियन कंपनी के 38 फीसदी शेयर सोनिया गांधी के पास और इतने ही शेयर राहुल गांधी के पास हैं। यंग इंडियन ही वो कंपनी है जिसने असोसीटेड जर्नल्स लिमिटेड यानी एजेएल का टेकओवर किया था। वहीं बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि जल्द ही सोनिया और राहुल गांधी जेल जाएंगे।
नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को ईडी ने हेराल्ड हाउस समेत 16 जगहों पर छापेमारी की थी। यहां से जांच एजेंसी को कई दस्तावेज हाथ लगे थे। बुधवार को ईडी ने हेराल्ड बिल्डिंग स्थित यंग इंडिया कंपनी का ऑफिस सील करने के साथ एक नोटिस चस्पा कर दिया। इस छापेमारी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि, ईडी बीजेपी के इशारे पर गांधी परिवार को परेशान कर रही है। इतना नहीं, जो विपक्ष के नेता बीजेपी के खिलाफ बोलता है, उसे ईडी के जरिए डरवाया जा रहा है।
नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ईडी ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को आरोपी बनाया गया था। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। फिलहाल दोनों बेल पर हैं। ईडी ने इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी के साथ पूछताछ हो चुकी है। नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी से 3 दिन में 12 घंटे सवाल हुए थे। 21 जुलाई को 3 घंटे, 26 जुलाई को 6 घंटे और 27 अगस्त को 3 घंटे म्क् ने पूछताछ की थी। इस दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल किए गए। ईडी ने राहुल गांधी से भी जून में पांच दिनों में 50 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी।
पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी से ईडी ने सवाल किया था कि एजेएल के अधिग्रहण में 90 करोड़ रुपये के कर्ज का जिक्र क्यों नहीं है और डोटेक्स कंपनी की ओर से दिए गए एक करोड़ रुपये का कर्ज किस रूप में लिया गया था। इसका जवाब देते हुए सोनिया ने कहा कि इन सब बातों की जानकारी उन्हें नहीं है बल्कि मोतीलाल वोरा को थी। इसके अलावा ईडी ने सोनिया गांधी से पूछा कि, यंग इंडिया लिमिटेड संस्था किस क्षेत्र में काम करती है। लेनदेन से जुड़ी कितनी बैठकें आपके आवास 10 जनपथ पर हुईं। लेनदेन के बारे में आपको क्या जानकारी है? इसके शेयर किस तरह बिके।
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस को सबसे पहले बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उठाया था। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरी ईडी से बात हुई है। मामले की जांच एकदम सही दिशा में चल रही है। उनका कहना है कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल जेल जाएंगे। जांच एजेंसी के पास दोनों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। कांग्रेस ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। अब इन्हें पाई-पाई का हिसाब देना होगा।