कानपुर। ललितपुर जनपद के पाली थाने में तैनात रेप के आरोपी इंस्पेक्टर तिलकधारी को पुलिस ने बुधवार को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद एडीजी कानपुर ने थाने में तैनात 6 एसआई, 6 हेड कॉन्स्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फॉलोवर समेत 29 पुलिसकर्मीयों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके साथ ही डीआईजी रेंज झांसी को मामले की जांच के उपरान्त रिपोर्ट देने को कहा है।
क्या है पूरा मामला
पाली थानाक्षेत्र निवासी एक नाबालिग को चार युवकों ने बहला-फुसला कर अपने साथ भोपाल ले गए थे। चारों ने किशोरी के साथ गैंगरेप किया था। आरोपियों ने कुछ दिन पहले पीड़िता को पाली थाने के पास छोड़कर भाग खड़े हुए थे। पुलिस ने पीड़िता को उसकी मौसी के पास भेज दिया था। पीड़िता के परिवारवालों को जब गैंगरेप की जानकारी हुई तो वह उसे लेकर थाने पहुंचे।
शाम को फिर बुलाया थाने
पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़िता का आरोप है कि इंस्पेक्टर तिलकधारी ने बयान दर्ज करवाने के नाम पर उसे शाम को फिर थाने बुलवाया। पीड़िता ने मीडिया को बताया कि, मौसी मुझे लेकर थाने पहुंची और इंस्पेक्टर के हवाले कर दिया। वह मुझे कमरे के अंदर ले गया और दुष्कर्म किया। शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी।
एसपी ने दर्ज करवाई एफआईआर
मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता दिखाते हुए पाली थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करावाया था। केस दर्ज होने के बाद से इंस्पेक्टर फरार थे। पुलिस की कई टीमें आरोपी को पकड़ने के लिए लगाई गई थीं। बुधवार को पुलिस ने तिलकधारी को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया। एडीजी जोन कानपुर ने पाली थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।
अखिलेश पहुंचे पीड़िता के घर
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज ललितपुर पहुंच गए हैं और रेप पीड़िता के साथ ही उसके परिजनों से मुलाकात की। . ललितपुर पहुंचने से पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा था, ’न्याय को ही लोगों के दरवाज़े तक नहीं पहुंचना होता है। कभी-कभी न्याय की पुकार के लिए भी लोगों के दरवाज़े तक जाना होता है।