अजमेर। बीजेपी से निलम्बित नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में पिछले दिनों अजमेर शहर में निकाले गए समुदाय विशेष के मौन जुलूस में विवादित नारा लगाने वाले आरोपी सैयद गौहर चिश्ती को अजमेर पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। गौहर 19 दिन से फरार था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई थीं। इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक पांच सदस्यीय टीम हैदराबाद प्लेन के जरिए भेजी गई थी। आरोपी मुस्लिम बाहूल्य इलाके में छिपा था। ऐसे में उसे दबोचने के लिए पुलियकर्मियों ने भेष बदला। किराए के घर पर 10 दिन रूके। पुलिसवाले वर्दी के बजाए पठानी शुट पहनकर आरोपी की रेकी की।
हैदराबाद भेजी गई एक टीम
अजमेर दरगाह शरीफ के गेट पर विवादित नारा लगाने के बाद खादिम मोहल्ला निवासी सैयद गौहर चिश्ती पर पुलिस की ओर से दरगाह थाने में मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद वह अजमेर से फरार हो गया। गौहर के फरार होने के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसके लिए जिला पुलिस की 7 टीमें तैयार की गई थी जो देश के अलग-अलग राज्यों में भेजी थी। पुलिस टीमें उसकी लोकेशन मिलने के बाद लगातार उसका पीछा कर रही थी। ऐसे में उसके हैदाराबाद में सांई नाथ एरिया में होने के इनपुट मिलने के बाद अजमेर पुलिस की एक टीम को वहां के लिए रवाना किया गया।
फिर पुलिस ने आरोपी काे दबोचा
एसपी जाट ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में बताया, कि हैदराबाद में गौहर की सूचना मिलने पर एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम को तत्काल फ्लाइट से हैदराबाद भेजा गया था। अजमेर पुलिस टीम ने वेष बदलकर हैदराबाद स्थित एक किराए के घर पर रूकी। 10 दिनों को उसकी रेकी की। एसपी के मुताबिक, आरोपी मुस्लिम बाहूल्क इलाके में रूका था। वह घर से बाहर नहीं निकलता था। अजमेर पुलिस की टीम ने कईदिनों के पास उस मकान की खोज कर ली, जहां गौहर छिपा था। इसके बाद हैदराबाद पुलिस की मदद से गौहर चिश्ती और उसे पनाह देने वाले मुन्नवर को दबोच लिया। पुलिस को देखकर गौहर ने भागने की कोशिश की थी।
गौहर चिश्ती को पुलिस की रिमांड में भेजा
दरगाह, थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी गौहर चिश्ती और अहसान उल्ला उर्फ मुनव्वर को हैदराबाद से गिरफ्तार करके पुलिस शुक्रवार को अजमेर लेकर आई थी। गौहर चिश्ती को सुरक्षा कारणों की वजह से न्यायिक मजिस्ट्रेट अजंता अग्रवाल के घर पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट अजंता अग्रवाल से 22 जुलाई तक गौहर चिश्ती को पुलिस की रिमांड में भेजा है। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपी गौहर चिश्ती से हर पहलू पर जांच करेगी। थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती को फरारी के लिए हैदराबाद बुलाने वाला और उसे पनाह देने वाला उसका दोस्त अहसान उल्ला उर्फ मुन्नवर को थाने से जमानत पर छोड़ा गया है।
बड़े राज खुलने की उम्मीद
आरोपी गौहर चिश्ती की गिरफ्तारी से बड़े राज खुलने की उम्मीद की जा रही है। दरसल गौहर चिश्ती 2 वर्ष से खुफिया पुलिस के रडार पर था। 2020 में सीआरपीएफ ग्रुप 1 का वीडियो सीआरपीएफ पुलिया से बनाते हुए उसे पकड़ा गया था। गौहर के खिलाफ दो कोतवाली थाने में झगड़े और मारपीट के मुकदमे दर्ज हैं। माना जा रहा है कि गौहर चिश्ती किसी कट्टरपंथी संगठन से जुड़ा हो सकता है। एसपी चुनाराम जाट के मुताबिक, गौहर चिश्ती के बैंक खातों की जांच होगी। साथ ही उसके किन लोगों से संपर्क है किन लोगों से उसका लेन देन है, किन-किन घटनाओं से गौहर चिश्ती का लिंक है यह सभी तफ्तीश का हिस्सा है। उसकी कॉल डिटेल का भी विश्लेषण किया जाएगा।