गुवाहटी। यूपी एटीएस ने बीते दिनों सहारनपुर और कानपुर से जैस-ए-मोहम्मद से जुड़े दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। दोनों फिदायीन आतंकी थे और बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को मारने के साथ देश में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने का प्लान बना रहे थे। इसीबीच देररात असम पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों संदिग्धों के अल-कायदा भारतीय उपमहाद्वीप (।AQIS) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (।ABT) से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। दोनों टेररिस्ट को गोलपारा जिले से गिरफ्तार किया गया है।
गोलपारा जिले के एक मोहल्ले में सटीक सूचना पर पुलिस ने छापा मारा। यहां से तीन संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से दो लोगों की पहचान अब्दुस शोभन अली और जलाल उद्दीन के रूप में हुई है। अब्दुल शोभन अली मदरसा का इमाम बताया गया है। जबकि तीसरे से पुलिस की पूछताछ जारी है। अब्दुल शोभन अली ने जिले में स्लीपर सेल की भर्ती के लिए ।फप्ै के सदस्य होने की बात कबूल की है। साथ ही बांग्लादेश से आए आतंकवादियों के रहने की व्यवस्था भी करता था।
गोलपारा एसपी वीवी राकेश रेड्डी ने बताया, दोनों संदिग्धों का आतंकी संगठनों से सीधा संबंध है। घर की तलाशी के दौरान उनके अल-कायदा से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। इसके साथ ही जिहादी तत्वों, पोस्टर और अन्य आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद हुई हैं। उनके मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आईडी कार्ड को जब्त कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया, दोनों संदिग्धों ने बांग्लादेश से आए जिहादी आतंकवादियों को राशन उपलब्ध कराया था, इसके अलावा उन्हें आश्रय भी दिया था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन दोनों के अलावा शोभन अली के बड़े भाई और भतीजे से भी पूछताछ चल रही है। फिलहाल पुलिस इनकी भूमिका और ये किसी जिहादी गुट से जुड़े हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। इस मामले में मटिया पुलिस स्टेशन में धारा 120 (बी) / 121/121 (ए) आईपीसी और आरडब्ल्यू धारा 18/18 (बी) / 19/20 यूए (पी) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी है।