वाराणसी से प्रवीण तिवारी की रिपोर्ट
बाबा मिल गए… बाबा मिल गए
ये शब्द ज्ञानवापी की लड़ाई में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है , ज्ञानवापी के सर्वे में आखिर मिला क्या 3 दिनों से लगातार इस पर कयास लग रहे थे लेकिन आज इन कयासों पर उस वक्त विराम लग गया जब वादी पक्ष के एक पैरोकार मैं बाहर आकर एक बड़ा दावा उन्होंने कहा बाबा मिल गए , वादी पक्ष के प्रमुख पैरोकार सोहन लाल आर्य ने दावा किया की जिस शिवलिंग की लंबे समय से सबको तलाश थी आखिरकार ज्ञानवापी मस्जिद परिसर से को शिवलिंग मिल ही गया कबीर दास के दोहे से उन्होंने उस जगह को भी बताया उन्होंने कहा जिन खोजा तिन पाइयां गहरे पानी पैठ,
दोहे के जरिए सोहन लाल आर्य ने बता दिया कि दरअसल शिवलिंग गहरे पानी में छुपा था जानकार बताते हैं कि ज्ञानवापी परिसर में पानी सिर्फ दो जगह है एक ज्ञानवापी कूप में और दूसरे एक उस तालाब में जिसे मुस्लिम पक्ष अपने वजू करने का स्थान बताता है।
दरअसल 2 दिन से इस बात को लेकर कयास लग रहे थे कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर कोई तालाब है जिसे मुसलमान पक्ष वजू करने की जगह बता रहा है उसे वादी पक्ष खाली करवा कर उसकी वीडियोग्राफी पड़ा था लेकिन मुस्लिम पक्ष लगातार उसका विरोध कर रहा था ,
हिंदू पक्ष के एक पक्ष कार के अड़ जाने के बाद आज तीसरे दिन ज्ञानवापी में कमीशन की करवाई शुरू की गई ,
आज की कार्रवाई में क्या कुछ हुआ आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं
उसके बाद तो वादी पक्ष की तरफ से जो आया हर हर महादेव के नारे और बम बम बोल रही है काशी के नारे गुंजायमान करता हुआ आया,
आखिर आए भी क्यों न काशी में आज इतिहास लिख गया ज्ञानवापी में मंदिर होने के आधार की पहली पुष्टि पहला सबूत आज खुद बाबा विश्वनाथ ने प्रकट होकर de दिया