बिहारः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गिनती शालीन राजनेताओं में होती है। लेकिन नीतीश कुमार को जब गुस्सा आता है, तो सामने वाला कोई भी हो उसे जमकर फटकार लगाते हैं। वैसे इस बीच नीतीश कुमार को गई बार गुस्से में देखा गया है। बुधवार को सदन में विपक्ष के कुछ सदस्य आगे बढ़कर जहरीली शराब से मौत के मामले में सरकार को घेर रहे थे। विपक्ष शराब बंदी को फेल बताकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इसपर नीतीश कुमार विपक्षी सदस्यों पर भड़क गए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े होकर बीजेपी विधायक की तरफ उंगली उठाते हुए कहा कि “शराबबंदी के समय पक्ष में थे, क्या हो गया तुमको, अरे ए…तुम बोल रहे हो? इसका मतलब है कि तुम ही लोग गड़बड़ कर रहे हो”, नीतीश कुमार का रौद्ररूप देखकर बीजेपी सदस्य भी सकते में आ गए। नीतीश कुमान ने कहा कि तुम लोग ही शराब बिकवा रहे हो। बीजेपी सदस्यों ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि संवैधानिक पद पर होकर मुख्यमंत्री तू-तड़ाक से बात कर रहे हैं। इस मामले को बीजेपी आरपार के मूड में आ गई।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही से प्रतिपक्ष के नेता की बातों को हटाना। इसके साथ ही मुख्यमंत्री का इस तरह भाजपा विधायकों के साथ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को माफी मांगने कहें।
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र बीते 11 दिसंबर से चल रहा है। नीतीश कुमार के भड़कने के बाद स्पीकर ने 15 मिनट के लिए सदन को स्थगित कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान भी भाजपा सदस्य विधानसभा परिषद में भी नारेबाजी करते रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करते रहे।