पटना। मनेर के रामपुर दियारा स्थित सोन नदी में एक बड़ी नाव के अंदर मंजदूर भोजन पका रहे थे, तभी गैस सिलेंडर फट गया। ब्लास्ट से नाव में सवार पांच मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि जिस नाव में विस्फोट हुआ, वह बालू के अवैध खनन में इस्तेमाल हो रही थी। घटनास्थल पर मौजूद अन्य नावों में तैनात मजदूरों की सहायता से मृतकों की पहचान हो गई है। मरने वालों में एक झारखंड का जबकि शेष स्थानीय निवासी हैं।
मनेर थानाक्षेत्र स्थित सोन नदी में माफिया बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से खनन निकालते हैं। खनन को निकालने के लिए माफिया बड़ी-बड़ी नावों को इस्तेमाल करते थे। इन नावों में मजदूर 24 घंटे रहते हैं और भोजन पकाने के साथ इन्हीं पर सोते हैं। शनिवार को शनिवार को ऐसी ही एक नाव पर खाना बनाने के क्रम में आग लग गई। इसके बाद सिलेंडर फट गया। इस हादसे में नाव पर मौजूद मजदूर जिंदा जल गए। नाव पर जले शवों की बहुत ही भयावह तस्वीरें सामने आई हैं। अब तक पांच मृतकों की पहचान का दावा किया जा रहा है। इनमें से चार स्थानीय हैं, जबकि एक झारखंड का रहने वाला है।
ग्रामीणों की मानें तो नाव पर खाना बनाने के दौरान रसोई सिलेंडर में अचानक आग लग गई। इसके बाद देखते ही देखते सिलेंडर विस्फोट कर गया। इस विस्फोट में पांच लोगों की मरने की सूचना है। वहीं अब तक मनेर पुलिस ने पांच शव बरामद कर लिए हैं। पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। क्योंकि, नांव में जिस वक्त विस्फोट हुआ, उस दौरान एक दर्जन से ज्यादा मजदूर सवार थे।
बता दें, अवैध बालू खनन में लगे मजदूर अक्सर अपनी जान गंवाते रहते हैं। कभी नाव टकराने के बाद तो कभी डूबकर। बालू के धंधेबाज कई बार इसकी खबर तक प्रशासन को लगने नहीं देते। दबंग धंधेबाज मजदूरों के परिवार को कुछ रुपए ले-देकर मामला रफा-दफा कर देते हैं। यह हादसा जहां हुआ, वहां से थोड़ी ही दूरी पर गंगा और सोन नदियों का मिलन होता है।