नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी से अलग होकर तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन की सरकार बना ली है। ऐसे में बीजेपी मिशन 2024 को लेकर मंगलवार को नई दिल्ली स्थित बिहार से जुड़े पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने जीत का रोडमैप नेताओं को बताया। साथ ही 40 में से 37 सीटों पर कमल का फूल खिलाने का प्लान भी समझाया।
पोल-खोल अभियान चलाएगी बीजेपी
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बिहार से आए पार्टी के नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक हुई। जिसमें पदाघिकारियों को बताया है कि, हर हाल में राज्य की 40 में से 37 सीटों पर जीत दर्ज करनी है। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार के खिला। पोल-खोल अभियान पार्टी चलाएगी। अमित शाह और नड्डा रैली भी करेंगे। इसमें बढ़ते अपराध के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया जाएगा। इसके अलावा आरजेडी के करप्ट मंत्रियों के बारे में घर-घर जाकर लोगों को कार्यकर्ता बताएंगे।
बीजेपी का बूथों पर फोकस
बीजेपी चुनाव से पहले बिहार में अपने संगठन को और तेज धार देगी। पन्ना प्रमुख से लेकर बूथ लेबल तक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि, बीजेपी यूपी की तर्ज पर बिहार में चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है। पार्टी का फोकस शहरों के साथ-साथ गांवों में रहेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में जो सीटें बीजेपी हारी थी, उन-उन सीटों पर जीत के लिए युवाओं की टोली लगाई जाएगी। पार्टी की रणनीति जेडीयू और आरजेडी को सियासी अखाड़े में घेरकर चित करनी की है।
चाचा-भतीजे का होगा मिलन
बीजेपी टूटी हुई लोजपा को फिर से जोड़ने पर काम करेगी। चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग पासवान को फिर से एक छत के नीचे लाया जाएगा। बीजेपी संगठन और सदन में नए चेहरे को लाने की तैयारी में है, जिससे नीतीश कुमार से सीधी लड़ाई लड़ी जाए। पार्टी अपरकास्ट पर विशेष फोकस केरगी। बैठक में पूर्व केंद्ररय मंत्री रविशंकर प्रसाद, मंत्री गिरिराज सिंह, शहनवाज के अलावा कई अन्य नेता मौजूद रहे। सबने जीत की रणनीति को लेकर अपनी-अपनी बात रखी।
आरसीपी सिंह पर भी बीजेपी की नजर
नीतीश के सहयोगी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर भी बीजेपी की नजर है। सियासी गलियारों की चर्चा के मुताबिक सिंह 2024 में नीतीश के गृह क्षेत्र नालंदा से चुनाव लड़ सकते हैं। हाल ही में उन्होंने जेडीय से इस्तीफा दिया था। पार्टी पूरी ताकत के साथ आरसीपी सिंह के साथ खड़ी होगी। सूत्र बताते हैं कि जेडीयू के इस नेता के जरिए बीजेपी आने वाले दिनों में नीतीश कुमार को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे कर सकती है।
इस वजह से बिहार पर है नजर
बता दें, बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल बॉर्डर जुड़े होने की वजह से 10 और सीटों को यहां के मतदाता प्रभावित करते हैं। इसलिए बिहार को लेकर पॉलिटिकल पार्टियों का विशेष फोकस रहता है। खुद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा था कि, यदि महागठबंधन बीजेपी को 40 सीटों पर हरा दे तो 2024 में नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।