नईदिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी के बाद बीजेपी हमलावर है। बीजेपी ने शनिवार को बिलावन भुट्टो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बीजेपी ने देश के अलग-अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया है। इस पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने तंज कसते हुए पूछा है कि जिसका कोई वजूद नहीं उसे इस तरह से महत्व क्यों दिया जा रहा है।
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान जैसे ’आतंकवादी लिंक घोषित एक विफल देश’ की टिप्पणी पर बीजपी क्यों इस तरह से प्रतिक्रिया दे रही है। इस प्रतिक्रिया ने ना केवल “पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित करने में ही मदद नहीं की“ बल्कि भारत को पाकिस्तान के साथ बेवजह की बहस से जोड़ती है। भारत-पाकिस्तान संघर्ष में बिलावल भुट्टो की टिप्पणी के लिए पाकिस्तान की माफी की मांग करते हुए शनिवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया।
बिलावल के बयान पर भारत ने दी तीखी प्रतिक्रिया इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और पाकिस्तान की जूनियर विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को सबक सिखा रहे थे। उनकी टिप्पणी का जवाब देते हुए बिलावल ने पीएम मोदी पर कमेंट करते हुए कहा कि आरएसएस ने हिटलर के एसएस से प्रेरणा ली है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक कड़ा बयान जारी कर बिलावल के असभ्य गुस्से को पाकिस्तान के लिए भी निचला स्तर का बताया है। उन्हें निराश बताते हुए मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन को शहीद बताता है। आतंकी लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को शरण देता है। कोई अन्य देश 126 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी और 27 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी संस्थाओं का दावा नहीं कर सकता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में हुई थी तीखी बहस बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। एस जयशंकर ने अपने भाषण में कहा था कि लादेन की मेजबानी करने वालों के पास निंदा करने का अधिकार नहीं है। इसपर पाकिस्तान की हिना रब्बानी खार ने भारत पर आतंकवाद का आरोप लगाया और पाकिस्तान को पीड़ित बताया।