तिरुवनंतपुरम। केरल के तिरुवनंतपुरम में सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पति-पत्नी और एक अन्य आरोपी ने लॉटरी का टिकट बेचने वाली दो महिलाओं को अगवा कर लिया। दरिंदों ने दोनों की बेरहती से गला रेतकर हत्या कर दी। शवों के टुकड़े कर उन्हें पकाकर खाया। इतना ही नहीं अंधविश्वास के खलनायकों ने मृतकों के खून को दीवारों और फर्श फर छिड़का। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने जो खुलासा किया, उसे सुन खाकीधारियों के पैरों के तले से जमीन खिसक गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने जवान होने के चक्कर में मृतकों का मांस भी खाया। बताया जा रहा है कि एक शव को तो 56 टुकड़ों में काटा गया था।
क्या है पूरा मामला
केरल के पथानामथिट्टा इलाके की रहने वाली रोसेलिन जो जून में अचानक लापता हो गई तो वहीं पद्मा नाम की महिला सितंबर माह में एकाएक घर से गायब हो गई। दोनों के परिवारवालों ने पुलिस में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिली। अचानक एक एनपुट के आधार पर पुलिस ने लैला और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। वारदात में शामिल तीसरे आरोपी को भी पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में दरिंदों ने सनसनीखेज राज उगले। उन्होंने बताया कि, धन और जवान होने के लालच में दोनों महिलाओं की गला रेतकर हत्या की। शव को पकाकर खाया।
पुलिसा ने बताया कि पैसे और जीवन में खुशी लाने के चक्कर में मृतक आरोपियों के चक्कर में फंस गईं। जांच में शामिल सूत्रों ने बताया कि इस मामले के मुख्य आरोपी ने आरोपी दंपती को बताया था कि मानव मांस खाने से वे हमेशा जवान रहेंगे। आरोपियों की पहचान भगवाल सिंह उसकी पत्नी लैला और इस मामले का मुख्य आरोपी रशीद उर्फ मोहम्मद शाफी के रूप में की गई है। कोच्चि पुलिस कमिश्नर ने बताया, ’हमने महिलाओं के शव के टुकड़े इकट्ठा किए। एक महिला के शव के टुकड़े तीन गड्ढों से मिले जहां उन्हें दफन किया गया था। इस बात की भी आशंका है कि आरोपियों ने महिलाओं को मारने के बाद उनके शव के टुकड़े खाए। हालांकि इसकी जांच जारी है।’
पुलिस कमिश्नर ने बताया, ’मुख्य आरोपी शफी एक विकृत प्रवृत्ति वाला शख्स है। हम जांच कर रहे हैं कि क्या इस वारदात के और भी आरोपी हैं, क्या पहले भी ऐसे मामले हुए हैं?’ जब हमने शफी से पूछताछ शुरू की तब तक हमें जांच में कुछ नहीं मिला था। वैज्ञानिक जांच ने हमें पथनामथिट्टा तक पहुंचाया। शफी मुख्य साजिशकर्ता और विकृत प्रवृत्ति का है, हमें जांच के दौरान पता चला। सीएच नागराजू ने बताया, ’हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या मुख्य आरोपी शफी ने महिलाओं के साथ यौन शोषण किया। इस मानव बलि कर्मकांड के अलावा शफी के खिलाफ विभिन्न अपराधों में 8 मामले दर्ज हैं।
आरोपियों ने बताया कि महिलाओं का पहले गला रेता गया और फिर उनके शरीर के टुकड़े किए गए और उन्हें पथनामथिट्टा जिले के तिरुवल्ला में दो अलग स्थानों पर दफना दिया गया। पुलिस ने बताया, ’मुख्य आरोपी शफी ने आर्थिक संकट से गुजर रहे लोगों को खोजने के लिए फेसबुक पर श्रीदेवी नाम के एक पेज बनाया था। वहां उसने भगवल सिंह और लैला का पता लगाया, जो मानव बलि में रुचि रखते थे। शफी फेसबुक पेज चलाने के लिए अपनी पत्नी के फोन का इस्तेमाल करता था लेकिन वह इस बारे में नहीं जानती थी। शवों की हालत देखकर कोच्चि पुलिस कमिश्नर सीएच नागराजू ने बताया, ’महिलाओं के साथ जो बर्बरता की गई उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। इसलिए बेहतर है कि उस पर बात न करें।
पुलिस ने आरोपियों के हवाले से बताया कि महिलाओं का पहले गला रेता गया और फिर उनके शरीर के टुकड़े किए गए और उन्हें पथनामथिट्टा जिले के तिरुवल्ला में दो अलग स्थानों पर दफना दिया गया। पुलिस ने बताया कि महिलाओं की उम्र 50 से 55 वर्ष के बीच थी। इनमें से एक कदवंथरा और दूसरी नजदीक स्थित कालडी की रहने वाली थी। वे इस साल क्रमशः सितंबर और जून में लापता हो गईं थी। उनकी तलाश में जुटी पुलिस को तफ्तीश के दौरान घटना के कथित तौर पर मानव बलि से जुड़े होने की जानकारी मिली। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी महिला लैला ने पूछताछ में बताया कि उसने और उसके पति ने अनुष्ठान के नाम पर महिलाओं के खून को घर के अंदर और दीवारों पर छिड़का, ताकि पाप खत्म हो जाएं और घर में धन और संपत्ति आ जाए।