लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को बड़ा कदम उठाते हुए सूबे के डीजीपी मुकुल योयल को हटा दिया है। उन पर आरोप हैं कि, बतौर डीजीपी वह शासकीय और
विभागीय कार्यों में रुचि नहीं ले रहे थे। इसी के चलते मुकुल गोयल को डीजीपी पद से हटाया गया है।
यूपी की योगी सरकार ने शासकीय कार्यों में अवहेलना के तहत सूबे के डीजीपी मुकुल गोयल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुकुल गोयल को अब डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर भेजा गया है। सूत्रों के मुताबिक, नए डीजीपी को लेकर तीन नामों की चर्चा चल रही है। जिसमें डीजी इंटेलिजेंस डीएस चौहान, आरके विश्वकर्मा के साथ आनंद कुमार यूपी के अगले डीजीपी की रेस में बताए जा रहे हैं।
पिछले साल मुकुल गोयल को सूबे का डीजीपी बनाया गया था। यूपी के अपने कार्यकाल में आजमगढ़ के एसपी और वाराणसी, गोरखपुर, सहरानपुर, मेरठ जिलों के एसएसपी रह चुके हैं। मुकुल गोयल कानपुर, आगरा, बरेली रेंज के डीआईजी और बरेली जोन के आईजी भी रह चुके हैं। इसके अलावा मुकुल गोयल केंद्र में आईटीबीपी, बीएसएफ, एनडीआरएफ में भी काम कर चुके हैं। यूपी में एडीजी रेलवे, सीबीसीआईडी और अखिलेश यादव की सरकार में यूपी के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर भी रह चुके हैं।