जयपुर। राजस्थान में हनुमानगढ़ ज़िले के संगरिया थाना इलाके में एक साधु की हत्या का मामला आया। साधु का शव कुटिया के दरवाजे पर मिला। साधु के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को स्थानीय अस्पताल भेजा। हत्या का कारण और आरोपियों का पता नहीं चला है। बताया जा रहा है कि एक महीने के भीतर राजस्थान में ये चौथे साधु की मौत है। इससे पहले तीन साधुओं के आत्महत्या के केसा सामने आए थे।
लोगों में गुस्सा
साधु का शव देखकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने तत्काल आरोपियों को पकड़ने की मांग की है। जानकारी के अनुसार साधु चेतनदास 25 साल से भाखरावाली गांव में बनी अपनी कुटिया में रह रहे थे। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि साधु चेतनदास पंजाब के रहने वाले थे। गांव के लोग ही रोजाना उनके खाने की व्यवस्था करते थे। उनका किसी से कोई विवाद भी नहीं था। साधु की हत्या के बाद से गांव में डर का माहौल है।
हत्यारों का नहीं चल रहा कुछ पता
साधु के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को वहां से उठवाकर स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। हत्या के कारणों का और आरोपियों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। हनुमानगढ़ की संगरिया पुलिस के अनुसार साधु चेतनदास करीब 25 बरसों से गांव भाखरावाली में कुटिया में रहते थे। बुधवार को सुबह साधु चेतनदास का शव कुटिया के बाहर पड़ा मिला। शव के आसपास खून बिखरा हुआ था। अज्ञात हमलावरों ने साधु की हत्या की है।
- लगातार हो रहीं साधुओं के साथ घटनाएं
- इससे पहले भरतपुर और जालोर में तीन साधु आत्महत्या कर चुके हैं। भरतपुर में कंकालचल और आदिबद्री पर्वत बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे साधु विजय दास बाबा ने खुद को आग लगा ली थी। कुछ दिन बाद इलाज के दौरान दिल्ली में उनकी मौत हो गई थी।
- वहीं, जिले के एक मंदिर के बाहर करीब 15 दिन पहले एक साधु का शव लटका हुआ मिला था। नेत्रहीन साधु 20 साल से मंदिर में रह रहे थे। इसके अलावा जालोर के रानीवाड़ा में एक साधु ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।