चित्रकूट की बेटी ने बढ़ाया जिले का मान
4 साल की गूगल गर्ल स्वर्णिमा ने जीता इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का खिता
चित्रकूट की बेटी ने बढ़ाया जिले का मान
4 साल की गूगल गर्ल स्वर्णिमा ने जीता इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का खिताब
जिस उम्र में बच्चे सही ढंग से बोलना नहीं सीख पाते, वहीं जिला मुख्यालय प्राइवेट स्कूल (डॉक्टर बी आर अंबेडकर पब्लिक स्कूल) में कार्यरत शिक्षक धर्मराज सिंह एवं मां पूजा देवी की पुत्री स्वर्णिमा को हाल ही में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने अवार्ड से नवाजा है। अभी कुछ दिनों पहले ही चित्रकूट के जिलाधिकारी अभिषेक आनंद एवं पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने स्वर्णिमा से मिलकर उसकी प्रतिभा को सराहा एवं आशीर्वाद दिया कि वह ईश्वर के दिए इस उपहार को पहचाने एवं जीवन में सफलता का हर मुकाम हासिल करे। अगर स्वर्णिमा की कुशाग्र बुद्धि की बात करें तो स्वर्णिमा को महज ढाई साल की उम्र में ही विश्व के सभी देशों के नाम, राजधानियां, मुद्राएं, नक्शे, झंडे, मानचित्र में सभी देशों की स्थिति, महापुरुष, महाद्वीप, महासागर, ग्रह, आविष्कारक, नदियां, तालाब, नाटो एवं सार्क संगठन के सभी देश, भारत के सभी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, पड़ोसी देश, उत्तर प्रदेश के सभी मंडल, जिले, आवर्त सारणी के सभी 118 तत्व, श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों का उच्चारण आदि कई सारी चीजें कंठस्थ थी। स्वर्णिमा के पिता बताते हैं कि स्वर्णिमा की याददाश्त शुरू से ही बहुत ही तेज थी वह स्वर्णिमा को जो भी कुछ बताते थे, वह उसे कंठस्थ कर लेती थी। हम स्वर्णिमा के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं एवं प्रशासन से अपील करते हैं कि स्वर्णिमा के शिक्षा की बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जाए।आपको बता दें की स्वर्णिमा को इंडियन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड का यह अवार्ड NATO सदस्य देशों के नाम सबसे कम समय में बताने पर प्राप्त हुआ है । स्वर्णिमा ने यह रिकॉर्ड सबसे कम उम्र में अपने नाम किया है ॥