गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ दशहरा पर्व पर शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने तेंदुए के बच्चे को दूध पिलाया। साथ ही दो शावकों का नामकरण भी किया। उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है। इसके अलावा सफेद बाघिन को बाड़े में छोड़ा। इस दौरान वन्य जीव की वेशभूषा में आए बच्चों का हाल चाल सीएम योगी ने पूछा। नाम के साथ जिस वन्य जीव का पोशाक था, उसके बारे में जानकारी ली। बच्चों को दुलार भी किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2021 को गोरखपुर चिड़ियाघर का लोकार्पण किया था। 20 जून की रात गीता नाम की सफेद बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर से गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया। इस व्हाइट टाइगर को अनुकूलन के लिए पहले क्वारंटीन किया गया और फिर क्राल में रखा गया। बुधवार को सीएम योगी ने सफेद बाघिन गीता को क्राल से मुख्य बाड़े में प्रवेश कराया। इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने तेंदुए के बच्चे को बोतल के जरिए दूध पिलाया।
सीएम योगी आदित्यनाथ देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में कानून व्यवस्था, विकास और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की नजीर बनाने के साथ पशुओं के प्रति स्नेह भाव के लिए भी जाने जाते हैं। इसके पूर्व सीएम योगी 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था। सीएम ने दोनों गैंडों को प्यार से उनका नाम लेकर बुलाया तो वे बाड़े में उनके पास आ गए थे। इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ जहां गाय के पालक हैं तो कुत्तों का भी ख्याल रखते हैं। जिसकी तस्वीरें कईबार सोशल मीडिया में वायरल हो चुकी हैं।
चिड़ियाघर में 35 एकड़ का वेटलैंड क्षेत्र है। प्रदेश में पहला चिड़ियाघर है, जहां इतने बड़े क्षेत्रफल में वेटलैंड फैला है। गोरखपुर चिड़ियाघर प्रदेश का इकलौता ऐसा चिड़ियाघर है, जिसके पास 34 एकड़ का प्राकृतिक वेटलैंड है। ठंड की शुरुआत के साथ इस वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों का दल उतर आता है। इससे इसका महत्व बढ़ जाता है।
पिछली ठंड में पक्षी लिटिल कारमोरेंट (जलकाग), लेसर एडजूटेंट, व्हीस्लिंग डक, नाइट हेरान जैसे दुर्लभ परिंदे वेटलैंड में उतरे थे। ये परिंदे अपनी चहचहाहट व अपनी मौजूदगी से चिड़ियाघर की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी वेटलैंड में रहने वाले जलीय जीवों पर स्पेशल कवर जारी किया। इससे चिड़ियाघर का महत्व बढ़ गया है।