लखनऊ। हर घर तिरंगा अभियान के तहत आजादी के अमृत महोत्सव पर यूपी में 4.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज फहराने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर 40 करोड़ का बजट जारी किया है। इसी कड़ी में शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने तिरंगा रैली को रवाना किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम आवास पर पहले तिरंगा फहराया और हरी झंडी दिखाकर स्कूली बच्चों को तिरंगे के साथ रवाना किया। वहीं दूसरी ओर हर घर तिरंगा अभियान के तहत फिरोजाबाद में सीए योगी के चेहरे को होर्ल्डिंग्स से हटा दिया गया है। कई जगह इस तरह की फिरोजाबाद में घटनाएं हुईं। इसको लेकर किसी शरारती तत्व का हाथ, गहरी साजिश जैसी चर्चाएं चलने लगी हैं।
40 करोड़ का बजट
हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए शासन ने 40 करोड़ का बजट जारी किया गया है। इसमें 30 करोड़ रुपये पंचायती राज विभाग, जबकि दस करोड़ रुपये नगर विकास विभाग खर्च करेगा।
क्या है आजादी के उत्सव की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर देशभर में इस बार 11 से 15 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत आज से 14 और 15 अगस्त को हर घर तिरंगा अभियान चलेगा। यूपी सरकार का प्रयास है कि राष्ट्र गौरव के इस पर्व में अधिक से अधिक नागरिकों की भागीदारी हो। हर घर तिरंगा अभियान में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को 17 अगस्त को लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा।
यह है यूपी का लक्ष्य
प्रदेश की योगी सरकार ने सर्वाधिक आबादी वाले राज्य की जिम्मेदारी को समझते हुए साढ़े चार करोड़ आवासीय, अनावासीय भवन, सरकारी-गैर सरकारी कार्यालय, संस्थाओं आदि के भवनों पर फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जन-जन तक राष्ट्रीय ध्वज पहुंचाने के लिए सरकार ने इनकी खरीद की व्यवस्था भी तय कर दी है।
फिरोजाबाद में होर्ल्डिंग्स से हटाया गया सीएम योगी का चेहरा
फिरोजाबाद शहर में जगह-जगह हर घर तिरंगा अभियान के होर्डिंग्स और पोस्टर लगाए गए हैं। इन होर्डिंग्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के दिग्गज नेताओं की तस्वीरें हैं। शनिवार की सुबह जब लोग घूमने निकले तो होर्डिंग को देखकर चौंक गए। सभी होर्डिंग से मुख्यमंत्री योगी का चेहरा काट दिया गया है। किसी ने बड़ी ही सफाई से इस करतूत को अंजाम दिया है। होर्डिंग से मुख्यमंत्री योगी का चेहरा काटे जाने की खबर मिलते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। सुहाग नगर के विजय टॉकीज पर लगे होर्डिंग से मुख्यमंत्री योगी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद का चेहरा भी काटा गया है। शहर के अन्य इलाकों में लगे होर्डिंग से भी मुख्यमंत्री का चेहरा गायब है। होर्डिंग से मुख्यमंत्री योगी का चेहरा काटे जाने के पीछे किसी की शरारत है या साजिश, इसे लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि जिस तरह से होर्डिंग से तस्वीरें काटी गई हैं, यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है।