हिमाचल: कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुख्कू को मुख्यमंत्री बनाकर मास्टर स्टोक खेला है। सुखविंदर सिंह को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने राजशाही कल्चर को खत्म करने का काम किया है। रविवार को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सुखविंद्रर सिंह सुख्कू ने शपथ ग्रहण से पहले प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मुलाकात की थी। उन्होने प्रतिभा सिंह को शपथ ग्रहण समारोह का न्यौता दिया। सुख्कू ने कहा कि प्रतिभा सिंह प्रमुख नेता हैं। उनके नेतृत्व में हमें राज्य का विकास करना है। कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल में 40 सीटें जीती थी। इस जीत के पीछे की रणनीतिकार प्रियंका गांधी को माना जा रहा है। कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह के राज परिवार का वर्चस्व खत्म कर दिया। कांग्रेस की इस नई पहल ने बदली हुई कांग्रेस के संकेत दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह के सीएम पद के दावे को खारिज कर दिया। इस फैसले से कांग्रेस ने एक मैसेज देने का काम किया है। देश के कई राज्यों में कुछ परिवारों ने कांग्रेस पर कब्जा कर के रखा है। कांग्रेस ने इस बात का भी संकेत दिया है कि संगठन के लिए जो लोग काम करेंगे। उन्हे ही महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया जाएगा।
हिमाचल में पूर्व मुख्यमंत्री रामलाल ठाकुर को हटाकर 1983 में वीरभद्र सिंह को सीएम बनाया गया था। इसके बाद से लगातार वीरभद्र सिंह के परिवार का वर्चस्व कायम रहा है। इस दौरान इस राज परिवार ने कांग्रेस और संगठन की परवाह नहीं की थी। इसके साथ ही उन्होने कांग्रेस को भी अपने नियंत्रण में रखा। राज्य में किसी को उबरने भी नहीं दिया। जिस नेता ने बराबरी करने की कोशिश की, उसे राजनीतिक तौर पर जमीन पर ला दिया गया।